झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने अबुआ आवास योजना की पहली किस्त शुक्रवार को लोगों को सौंपी है. चंपई सोरेन ने योजना के तहत पहली किस्त के रूप में कुल्हन क्षेत्र के 24,827 लाभार्थियों को 74.48 करोड़ रुपए उनके खातों में हस्तांतरित किए हैं.
चंपई सोरेन ने शुक्रवार को बिष्टुपुर के गोपाल मैदान में आयोजित कार्यक्रम में तीन जिलों के लाभार्थियों को इस योजना का लाभ दिया. लाभार्थियों को योजना के स्वीकृति पत्र भी सीएम ने सौंपे. सीएम ने जिन जिलों के लाभार्थियों के खातों में पैसे ट्रांसफर किए हैं, उसमें पूर्वी सिंहभूम जिले के 8,138 परिवार, पश्चिमी सिंहभूम जिले के 10,252 और सरायकेला-खरसावां जिले के 6,437 परिवार हैं. कोल्हान क्षेत्र से अबुआ आवास योजना के लिए 2,92,624 आवेदनों को भर गया था, जिसमें से 1,05,810 लाभार्थी पूर्वी सिंहभूम जिले से 1,03,319 पश्चिम सिंहभूम जिले और 83,495 परिवार सरायकेला-खरसावां जिले से हैं.
अबुआ आवास योजना पिछले वर्ष 15 नवंबर को हुई थी लांच
अबुआ आवास योजना की शुरुआत झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने की थी. पूर्व सीएम ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत वंचितों को घर देने के लिए 15 नवंबर को अबुआ आवास योजना की शुरुआत की थी. इस योजना के तहत लाभार्थियों को तीन कमरों का मकान बनाने के लिए चार किस्तों में 2 लाख रुपए दिए जाएंगे.
चंपई सोरेन ने कार्यक्रम में कहा कि उनकी सरकार पूर्व सीएम हेमंत सोरेन के अधूरे कामों को पूरा करेगी. इसके साथ ही सीएम ने यहां कहा कि वह हेमंत सोरेन के पार्ट-2 की सरकार है. हेमंत सोरेन आंदोलनकारी शिबू सोरेन के बेटे हैं. अन्याय के साथ उन्होंने न समझौता किया है और ना ही करेंगे. अन्याय से समझौता नहीं करने की वजह से ही हेमंत सोरेन को जेल जाना पड़ा है. चंपई सोरेन ने आगे कहा कि जल्द ही सच्चाई सभी के सामने आएगी. हेमंत सोरेन जल्द ही बेदाग जेल से बाहर निकलेंगे और महागठबंधन की जो जिम्मेदारी उन्हें सौंपी गई है वह उसे पूरी ईमानदारी से निभाएंगे.
सीएम ने कहा कि हमारी सरकार हर गरीब और जरूरतमंद के साथ खड़ी रहेगी. हम चाहते हैं कि झारखंड की खनिज संपदा का उचित उपयोग किया जाए, ताकि झारखंड एक विकसित प्रदेश बने. हमारी सरकार सभी योजनाओं को समय सीमा के अंदर पूरा करेगी.