उत्तराखंड के उत्तरकाशी में 41 फंसे मजदूरों को बचा लिया गया है. 17 दिनों बाद सभी मजदूरों को उत्तराखंड सरकार ने रेस्क्यू ऑपरेशन चला कर सकुशल बचा लिया है. फंसे हुए मजदूरों को बाहर निकालने में माईनर्स को काफ़ी मशक्कत करनी पड़ी. मजदूरों ने भी अपना धैर्य नहीं खोया और आखिरकार मौत के मुँह से सभी बाहर आ गए हैं.
400 घंटे तक फंसे हुए झारखंड के भी 15 मजदूरों को टनल से बाहर निकाला गया है. मंगलवार की शाम उत्तरकाशी में झारखंड श्रम नियोजन विभाग के संयुक्त श्रम आयुक्त राकेश प्रसाद ने बताया कि उत्तराखंड के टनल से सभी मजदूर सुरक्षित निकाल लिए गए हैं. इन सभी मजदूरों को 48 घंटे तक डॉक्टर की निगरानी में रखा जाएगा. उसके बाद मजदूरों को उनके राज्य और जिलों में भेज दिया जाएगा.
भूस्खलन के वजह से 41 मजदूर टनल में फंसे
राजधानी रांची के तीन, खूंटी के तीन, गिरिडीह जिले के दो, पश्चिम सिंहभूम के एक और पूर्वी सिंहभूम के 6 मजदूर उत्तरकाशी के टनल में फंसे हुए थे. उत्तराखंड के सिल्कयारा टनल के अंदर 41 मजदूर भूस्खलन होने की वजह से दिवाली के समय ही फंस गए थे. इसके बाद उत्तराखंड की सरकार लगातार उन्हें निकालने की कोशिश में लगी हुई थी.
टनल से बाहर आने के बाद मजदूरों ने सभी के साथ दीवाली मनाई. मिठाई बांटकर खुशियां मनाई गई.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मजदूरों के बाहर आने पर कहां कि यह रेस्क्यू ऑपरेशन बहुत चुनौतीपूर्ण और कठिन रहा. जिन लोगों ने इसने अपना योगदान दिया है उन्हें मैं धन्यवाद करता हूं.