झारखंड में यह लोकसभा चुनाव का रिजल्ट बड़े उलट-फेर के साथ नजर आया. राज्य में भाजपा को अपनी तीन सीट गवानी पड़ी, जबकि इंडिया गठबंधन का राज्य में दबदबा देखने मिला. इंडिया गठबंधन ने झारखंड के 5 सीटों पर चुनावी परचम लहराया. भाजपा को झारखंड में दुमका, लोहरदगा और खूंटी से हाथ धोना पड़ा, जबकि रांची, धनबाद, पलामू, कोडरमा, चतरा, हजारीबाग, जमशेदपुर और गोड्डा सीट पर पार्टी सफ़ल रही है. वही आजसू को गिरिडीह सीट पर सफलता हासिल करने में कोई परेशानी नहीं हुई. झामुमो के खाते में दुमका, राजमहल और सिंहभूम सीट गई है, तो वहीं लोहरदगा और खूंटी सीट कांग्रेस ने जीती है.
रांची में भाजपा के टिकट पर संजय सेठ ने 1 लाख 20 हजार वोटों के अंतर से यशस्विनी सहाय को हरा दिया. खूंटी सीट से कांग्रेस उम्मीदवार कालीचरण मुंडा ने अर्जुन मुंडा को 1 लाख 49 हजार वोटों से मात दी है. जमशेदपुर में विद्युत वरण महतो ने समीर कुमार मोहंती को ढाई लाख से ज्यादा वोटों से हरा दिया है. धनबाद में ढुलु महतो ने अनुपमा सिंह को 3 लाख से ज्यादा वोटों से हराया है. हजारीबाग से मनीष जायसवाल जीत गए हैं, उन्होंने यहां से जेपी पटेल को 2 लाख 76 हजार से ज्यादा वोटों से हराया है. पलामू से विष्णु दयाल राम ने ममता भुइंया को 2 लाख 88 हजार वोटों से हराया है. सिंहभूम सीट से जोबा मांझी ने गीता कोड़ा को 1 लाख 68 हजार वोटों से हरा दिया है.
नलिन सोरेन दुमका सीट से जीते
लोहरदगा सीट सुखदेव भगत के खाते में गई है, जहां से समीर उरांव 1 लाख 39 हजार वोटों से हार गए हैं. चतरा सीट पर कालीचरण सिंह ने कृष्णानंद त्रिपाठी को 2 लाख से ज्यादा वोटों से हरा दिया है. कोडरमा से अन्नपूर्णा देवी ने विनोद कुमार सिंह को 3 लाख 77 हजार वोटों से हराया है. गिरिडीह सीट पर चंद्र प्रकाश चौधरी ने मथुरा महतो को 80 हजार वोटों से मात दी है. राजमहल से विजय कुमार हांसदा ने ताला मरांडी को 1 लाख 78 हजार वोटों से हराया है. इधर गोड्डा सीट पर निशिकांत दुबे ने रिकॉर्ड बनाते हुए जीत हासिल की है. निशिकांत दुबे ने प्रदीप यादव को यहां एक लाख वोटों से हराया है. दुमका सीट पर नलिन सोरेन जीत गए हैं, नलिन ने हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन को 22 हजार वोटों से शिक्कस्त दी है.
झारखंड की 14 सीटों में से 11 पर पिछली बार भाजपा ने बाजी मारी थी, आजसू पिछली बार भी गिरिडीह सीट जीतने में कमयाब रही थी. वही झामुमो राजमहल और कांग्रेस चाईबासा में जीत गई थी, लेकिन इस चुनाव में जनता ने कई बदलाव किए हैं. खूंटी और दुमका सीट पर सबकी नजरे टिकी हुई थी, खूंटी से अर्जुन मुंडा उम्मीदवार थे, जबकि दुमका से हाल ही में झामुमो छोड़कर भाजपा में शामिल हुई सीता सोरेन उम्मीदवार थी. लोहरदगा संसदीय सीट से दो बार चुनाव जीतने वाली सीता सोरेन ने अपनी सीट दुमका गवा दी. वहीं भाजपा ने हजारीबाग, चतरा, लोहरदगा, धनबाद, सिंहभूम से भी नए चेहरे को उम्मीदवार बनाया था, जिसमें से लोहरदगा, सिंहभूम और दुमका में पार्टी को हार मिली है.