असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा आज झारखंड पहुंचे, जहां सुबह उन्हें झारखंड पुलिस ने गोपीनाथपुर गांव जाने से रोक लिया गया था. सुबह झारखंड पुलिस के इस रवैये के बाद असम सीएम ने हेमंत सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए थे. हालांकि बाद में हिमंत बिस्वा पाकुड़ के एक गांव में आदिवासियों से मिलने पहुंचे, जहां उन्होंने ग्रामीणों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं जानी.
पाकुड़ दौरे पर असम सीएम ने राज्य सरकार के खिलाफ जमकर हमला बोला. उन्होंने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि एसपीटी कानून लागू होने के बाद भी आदिवासियों को न्याय नहीं मिल रहा है. एक तरफ सरकार कहती है कि आदिवासियों की सरकार है, उनके हितों की रक्षा करने वाली सरकार है. लेकिन उसके उलट पाकुड़ में जो हो रहा है वह अविश्वसनीय है. पाकुड़ के हिंसा में घायल दो लोगों का इलाज सरकार नहीं करवा रही है.
हिमंत बिस्वा ने आगे पाकुड़ के हिंसा में पीड़ितों को भाजपा की ओर से एक 1 लाख रुपए की आर्थिक मदद और कानूनी लड़ाई में भी मदद करने का ऐलान किया.
गोपीनाथपुर गांव नहीं जान देने पर असम सीएम हिमंत ने कहा कि कैसे एक मुख्यमंत्री को कहीं भी जान देने से रोका जा सकता है. हेमंत सोरेन कभी भी असम आए तो उन्हें हम कभी भी कहीं जाने से नहीं रोकेंगे. असम सीएम ने आगे कहा कि प्रशासन ने उनसे कहा है कि गांव नहीं जा सकते, क्योंकि घुसपैठिए हमला कर सकते हैं. अगर कोई मुख्यमंत्री घुसपैठियों के डर से झारखंड के गांव में नहीं जा सकता है, तो राज्य की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है.
बता दें कि पाकुड़ के गोपीनाथपुर गांव में बकरीद के मौके पर दो पक्षों में हिंसा हुई थी, जिसके बाद पूरे इलाके में तनाव का माहौल था. भाजपा ने आरोप लगाया था कि बांग्लादेश से घुसपैठियों की ओर से आदिवासी समुदाय पर हमला किया गया है. इस मामले पर सदन में भी राजनीति गरमाई थी.