देश में सोमवार को पांचवें चरण का चुनाव संपन्न हुआ, झारखंड में भी दूसरे चरण के चुनाव के तहत 3 लोकसभा क्षेत्रों में वोटिंग हुई. दूसरे चरण के चुनाव के बाद अब झारखंड में भाजपा नेता को लेकर बवाल मचा हुआ है. भाजपा ने अपने ही नेता के खिलाफ कारण बताओं नोटिस जारी कर दिया है. भाजपा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा को नोटिस भेज कर दो दिनों के अंदर उनके प्रचार न करने को लेकर जवाब मांगा है.
पार्टी की ओर से हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र से मनीष जायसवाल को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद जयंत सिन्हा ने चुनाव प्रचार नहीं किया. पार्टी के लिए किसी काम में रुचि नहीं दिखाए जाने के खिलाफ भाजपा सख्त नजर आ रही है. जयंत सिन्हा ने चुनाव में अपने मताधिकार का भी प्रयोग नहीं किया था. सोमवार को हजारीबाग में मतदान के दौरान सिन्हा मौजूद नहीं थे. जयंत सिन्हा पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा के बेटे और हजारीबाग के मौजूदा सांसद हैं. 20 मई को वोटिंग के दौरान यशवंत सिन्हा और उनकी पत्नी नीलिमा सिन्हा दोनों ने मतदान किया था, लेकिन जयंत सिन्हा अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने नहीं पहुंचे थे.
भाजपा के प्रदेश महासचिव आदित्य साहू ने नोटिस जारी कर जयंत से पूछा कि आपके इस आचरण से पार्टी की छवि खराब हो रही है. झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के निर्देश पर पार्टी ने जवाब मांगा.
भाजपा ने जयंत सिन्हा के बजाय हजारीबाग सीट से मनीष जायसवाल को प्रत्याशी बनाया है, जिसके बाद से ही जयंत सिन्हा खुलकर कुछ नहीं बोल रहे हैं. हालांकि अंदर ही अंदर कहा जा रहा है कि सिन्हा पार्टी से नाराज है.