शुक्रवार को रांची में भाजपा युवा मोर्चा की आक्रोश रैली हुई. आक्रोश रैली को काबू में करने के लिए झारखंड पुलिस ने आंसू गैस के गोले, वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया. कल पूरे दिन रांची के मोरहाबादी मैदान के पास सड़कों पर भाजपा और पुलिस के बीच उठा पटक देखि गई, जिसमें पुलिस पर पथराव का भी मामला सामने आया. लेकिन फिलहाल यह सब ठंडा होता हुआ नजर नहीं आ रहा है. दरअसल कल की घटना के बाद नेता प्रतिपक्ष उमर बाउरी ने आज सभी जिलों के एसएसपी कार्यालय और थानों के सामने राज्य सरकार का पुतला दहन करने का ऐलान किया है.
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि आज का दिन(शुक्रवार) हमेशा के लिए काला अध्याय के रूप में दर्ज हो गया. राज्य सरकार की असफलता और वादाखिलाफी के खिलाफ युवाओं के साथ भाजपा ने आक्रोश रैली निकाली. एक लोकतांत्रिक देश में संवैधानिक व्यवस्थाओं में विपक्ष की असफलता को जनता के सामने आंदोलन और प्रदर्शन के माध्यम से लाने की कोशिश की. यह एक सजग विपक्ष का काम होता है.
लेकिन पुलिस ने गुरुवार से ही पाकुड़, साहिबगंज, देवघर, पलामू, गिरिडीह सहित कई जिलों से आने वाले कार्यकर्ताओं को रास्ते में ही रोका. इन सभी को थानों में रोका गया है. इनके साथ व्यवहार किया गया मानो यह कोई नागरिक नहीं बल्कि आतंकवादी हो.
उमर बाउरी ने आगे आरोप लगाया कि पुलिस राज्य सरकार के इशारे पर काम करती है. मोरहाबादी में कटीले तारों से घेराबंदी की गई, जैसा पहले कभी नहीं हुआ था. निहत्थे लोगों के द्वारा शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर पुलिस ने जलियांवाला बाग कांड जैसा सुलूक किया. पुलिस की अराजकता से कई भाजपा कार्यकर्ताओं को चोट लगी है.
इधर आक्रोश मार्च को लेकर एसपी चंदन सिन्हा ने कहा कि युवा आक्रोश रैली के दौरान सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने वाले पुलिसकर्मियों पर पत्थर चलाया गया. इसके खिलाफ भाजपा नेताओं पर एफआईआर किया जाएगा. पुलिस ने जिस रोड को निर्धारित किया था, वहां कहीं भी भाजपा कार्यकर्ताओं को जाने से नहीं रोका गया है.