झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के आखिरी दिन भी खूब हंगामा देखने मिला. आखिरी दिन सीएम हेमंत सोरेन भाषण देने के लिए जैसे ही खड़े हुए विपक्ष ने नारेबाज ही शुरू कर दी. विपक्ष के हंगामें के बीच भी सीएम ने अपना भाषण दिया, जिसमें उन्होंने अग्निवीरों को लेकर बड़ा ऐलान किया है.
हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य में अग्निवीरों को अनुग्रह राशि दी जाएगी और अगर वह शहीद होते हैं, तो जवान के परिजनों को मुआवजा और नौकरी भी राज्य सरकार की ओर से दी जाएगी. विपक्ष के सवालों का जवाब देते हुए सीएम सोरेन ने कहा कि विपक्ष के पास कोई एजेंडा नहीं है, यह राजनीतिक एजेंट की तरह काम कर रहे हैं. पहले की सरकार ने जेएसएलपीएस को 600 करोड़ रुपए दिया था, जबकि झामुमो ने महिलाओं के लिए जेएसएलपीएस को 10000 करोड़ रुपए दिए हैं. पारा शिक्षक के मानदंडो में 50% का इजाफा भी हमने किया है.
सीएम हेमंत सोरेन ने आगे कहा कि उनकी सरकार ने किसानों को 5000 के कर्ज माफी का फैसला लिया और कई योजनाएं भी लाई जो धरातल पर उतरी है. सरकार ने कर्ज माफी का दायरा बढ़ाने के लिए और कोशिशें को जारी रखा है. सीएम ने विपक्ष पर हमलावर होते हुए कहा कि यह लोग गांव और प्रखंडों में जाकर देख लें बेरोजगारी भत्ता दिया जा रहा है या नहीं. नौकरियों के मुद्दे पर भी सीएम ने कहा कि उन्होंने करीब डेढ़ लाख नौकरियां दी हैं और इस काम को आगे बढ़ाया जा रहा है. सीएम ने कहा कि अगर मैं जेल में नहीं रहता, तो 5 लाख और नौकरियां युवाओं को दे चुका होता.
हेमंत सोरेन ने कहा कि आने वाले चुनाव में भाजपा का सुपड़ा झारखंड से साफ हो जाएगा. भाजपा झूठा फरेब की राजनीति करती है. इन लोगों ने हमेशा चुने हुए सरकार को अस्थिर करने की कोशिश की है, जिससे राज्य के विकास पर प्रभाव पड़ता है. झारखंड में एक आदिवासी मुख्यमंत्री विकास कार्य को कर रहा है, यह बीजेपी को हजम नहीं हो रहा. इसलिए यह लोग सदन के अंदर और बाहर हंगामा कर रहे हैं.
हेमंत सोरेन ने भाजपा पर भी गंभीर आरोप लगाए, सीएम ने कहा कि राज्य के 24 जिलों में भाजपा का दफ्तर जिन जमीनों पर बना है वह सभी गलत तरीके से बनाई गई है. ऐसी कई जमीन है जिस पर भाजपा का कार्यालय है, जहां दो-दो मर्डर हुए हैं. भाजपा वाले मेरी सरकार पर जमीन लूटने का आरोप लगाते हैं. इनसे पूछिए कि 5 सालों में जो जमीन बनी उनका पैसा कहां से आया. मेरे हाथ में जो सूची है, उसमें कई गैरमजरूआ और सरकारी जमीन भी है.