झारखंड की राजधानी में अवैध बालू कारोबार रोक के बावजूद जारी है. एनजीटी की रोक के बाद भी रांची में बड़े स्तर पर अवैध बालू खनन होता है, जिसे रोकने में पुलिस भी नाकाम है. अवैध बालू खनन में अब कब्जे की लड़ाई शुरू हो गई है. यह मामला हाथ से निकलता हुआ नजर आ रहा है. दरअसल बीती रात अवैध बालू कब्जे की लड़ाई में रांची में दर्जनों गाड़ियों में आग लगा दी गई. राजधानी के बुढ़मू थाना क्षेत्र छापर बालू घाट पर बीती रात आगजनी की घटना हुई.
बताया जाता है कि इस बालू घाट पर अवैध तरीके से बालू उठाने का कारोबार चलता है. यहां कमाई में रंगदारी नहीं मिलने के कारण अपराधियों ने नाराज होकर जेसीबी सहित पांच वाहनों को फूंक दिया. इस घटना ने पुलिस महकमे की भी नींद उड़ा दी. एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने मामले पर एक्शन लेते हुए बुढ़मू थानेदार राम जी और थाने के सब इंस्पेक्टर संतोष यादव को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड किया है. रितेश कुमार को बुढ़मू थाना का नया थाना प्रभारी नियुक्त किया गया है.
घटना को लेकर बताया गया कि यह आगजनी की वारदात JJMP के दस्ते ने अंजाम दिया है. यह दस्ता उग्रवादी संगठन बताया जाता है. मंगलवार देर रात बालू की अवैधानिक निकासी कर उसे ट्रैकों में भरा जा रहा था. इसी दौरान आधा दर्जन बाइक सवार हथियारबंद लोग आए और काम कर रहे मजदूरों के साथ मारपीट कर उन्हें भगा दिया. बाइक सवार अपराधियों ने जेसीबी हाईवे और तीन टर्बो को आग लगा दी.