झारखंड में एक बार फिर से हेमंत सोरेन ने अपनी सरकार बनाने के दावे में सफलता हासिल की है. आज विधानसभा सदन में प्रस्तावित फ्लोर टेस्ट में हेमंत सोरेन पास हो गए हैं. सदन में हेमंत सोरेन के पक्ष में 45 वोट पड़े जबकि विपक्ष में जीरो वोट डाले गए. इसी के साथ उन्होंने एक तरफ फ्लोर टेस्ट पास कर लिया है.
सदन में चर्चा के दौरान हेमंत सोरेन ने कहा कि मुझे सदन में फिर से देखकर विपक्ष को कैसा लग रहा होगा यह मैं समझ सकता हूं. सदन में विपक्ष के जितने भी विधायक दिख रहे हैं, उनमें से आधे भी अगली बार दिख गए तो बड़ी बात होगी.
विश्वास मत के दौरान चर्चा करते हुए नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने बेरोजगारी और अपराध के मुद्दे को सदन में उठाया. उमर बाउरी ने कहा कि सरकार जिस रोजगार के दावे को लेकर सत्ता में आई उसे पूरा नहीं किया गया. बहस की शुरुआत करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार वादा खिलाफी कर रही है. संताल परगना में डेमोग्राफी मुद्दे को उमर बाउरी ने उठाया. उन्होंने कहा कि आदिवासियों की संख्या यहां लगातार घट रही है, अगर आदिवासी नहीं बचेंगे तो किस आदिवासियत की बात की जाएगी. उमर बाउरी ने आगे कहा कि सिदो कानहू की धरती भोगनाडीह में सिर्फ सात आदिवासी परिवार बचे हैं. पेंशन के मुद्दे को भी उठाते हुए उन्होंने कहा कि पिछले 4 महीने से बुजुर्गों को पेंशन नहीं मिला है. 11 महीने से ग्रीन कार्ड धारकों को राशन नहीं मिला है. पेपर लीक पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है.
पूर्व सीएम के 5 महीने के कार्यकाल पर सीएम हेमंत सोरेन ने उन्हें बधाई थी. पूर्व सीएम चंपई सोरेन ने विधानसभा में कहा कि लोकतंत्र में पार्टी और गठबंधन के निर्णय को मानना पड़ता है. मैंने 5 महीने तक सरकार चलाई, मुझे लगता है कि प्रदेश के विकास के लिए मिलकर काम करने की जरूरत है.
हेमंत सोरेन के फ्लोर टेस्ट के बाद स्पीकर रवींद्रनाथ महतो ने सदन की कार्रवाई को अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित किया है.