झारखंड सरकार शुक्रवार को अपने कैबिनेट विस्तार करने जा रही है. मौजूदा सरकार के कार्यकाल की अवधि 6 महीने में खत्म हो रही है. इसके पहले सीएम चंपई सोरेन कैबिनेट का विस्तार करने जा रहे हैं. झारखंड सरकार में मंत्री आलमगीर आलम के इस्तीफे के बाद कांग्रेस कोटे के खाली मंत्रीपद को भरा जाएगा. इसके साथ ही कैबिनेट में 12वें मंत्री के पद को भी भरने की कल कवायद होगी.
मालूम हो कि चंपई सोरेन के मंत्रिमंडल के सदस्य पूर्व मंत्री आलमगीर आलम टेंडर घोटाला मामले में जेल में बंद है. टेंडर घोटाला मामले के कैश कांड में जेल जाने के बाद उनका पद खाली हो गया है. इसके अलावा एक और मंत्री पद पहले से ही खाली है. शुक्रवार को मंत्रिमंडल में दो नए मंत्रियों को जगह दी जाएगी, जिसमें कांग्रेस कोटे से एक मंत्री बनाए जाने के कयास लगाए जा रहे है. कांग्रेस मंत्री को अल्पसंख्यक समुदाय से ही चुना जाएगा. दूसरी सीट भी कांग्रेस के ही खाते में जा सकती है. हालांकि इस पर अभी पूर्व सीएम हेमंत सोरेन की सहमति मिलने की बात कही जा रही है. वही झारखंड कैबिनेट में से किसी एक मंत्री के हटाए जाने के लिए भी बातें चल रही है.
इधर झामुमो कोटे से वैद्यनाथ राम के नाम को लेकर चर्चा हो रही है. कांग्रेस कोटे से मुस्लिम चेहरा इरफान अंसारी को मंत्री बनाया जा सकता है. फिलहाल झारखंड में सीएम चंपई सोरेन के कैबिनेट में सीएम पद को मिलाकर कुल 10 मंत्री हैं. इनमें झामुमो से सीएम के अलावा पांच मंत्री हैं, जबकि कांग्रेस कोटा से तीन, राजद कोटा से एक मंत्री है.
झामुमो के मिथिलेश कुमार, बसंत सोरेन, बेबी देवी, हफीजुल हसन, दीपक बैरवा और चंपई सोरेन है. वही राजद कोटे से रामेश्वर उरांव, बन्ना गुप्ता, बादल पत्रलेख और राजद से सत्यानंद भोक्ता मंत्री हैं.