झारखंड सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. आलमगीर आलम ने अपना इस्तीफा पत्र राजभवन को भेजा है. टेंडर घोटाला मामले से जुड़े मनी लांड्रिंग के केस में आलमगीर आलम आरोपी बनाए गए हैं, ईडी ने 15 मई की देर शाम उन्हें गिरफ्तार कर लिया था.
आलमगीर आलम के पीए संजीव लाल के सहायक जहांगीर के घर से ईडी ने 35 करोड़ रुपए जब्त किए थे. कैश रिकवरी के मामले में ही ईडी 2 दिनों तक लगातार मंत्री आलम से पूछताछ कर रही थी, जिसमें ईडी को मंत्री की तरफ से सही जवाब नहीं मिल पाया. संतोषजनक जवाब न मिलने की वजह से ईडी ने उन्हें गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी के बाद पीएमएलए कोर्ट में मंत्री आलम को पेश किया गया था. ईडी ने कोर्ट से मंत्री के लिए 10 दिनों के रिमांड की मांग की थी, लेकिन कोर्ट ने 6 दिनों की डिमांड को मंजूर किया. मंत्री आलम के रिमांड की अवधि आज से शुरू हो चुकी है.
मंत्री आलम की गिरफ्तारी के बाद विपक्ष की ओर से लगातार उनके इस्तीफे की मांग हो रही थी. इसके बाद झारखंड सरकार के मंत्री ने आज इस्तीफा दे दिया.
मालूम हो कि कैश रिकवरी के बाद ईडी ने रविवार को ही ग्रामीण विकास मंत्री को ईडी कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया था. मंत्री आलम को समन भेजकर रांची स्थित जोनल कार्यालय में बुलाया गया था, जिसमें वह पूछताछ के लिए पहुंचे भी थे. ईडी ऑफिस के बाहर मीडिया से बात करते हुए मंत्री आलम ने कहा था कि मैं कानून को पालन करने वाला आदमी हूं.