राजधानी रांची में आज जहां एक तरफ भाजपा युवा मोर्चा शक्ति प्रदर्शन कर रहा है, तो वहीं दूसरी ओर झ्मुमो भी जवाब देने के लिए मार्च निकाल रही है. भाजपा युवा मोर्चा की ओर से आक्रोश रैली का आयोजन किया गया. जिसके जवाब में झामुमो ने अधिकार मार्च बुलाया है. रांची के मोरहाबादी मैदान से एक लाख युवाओं का प्रदर्शन सीएम आवास की ओर बढ़ने का दावा भाजपा कर रही है. झामुमो अपना अधिकार मार्च जयपाल सिंह स्टेडियम से अल्बर्ट एक्का चौक होते हुए उपायुक्त कार्यालय तक जाएगी.
इन दोनों प्रदर्शनों के कारण रांची में शुक्रवार को रातू रोड से कांके, मोरहाबादी मैदान आने-जाने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. शहर में आज इन दोनों पार्टियों के बड़े रैली के कारण हजारों पुलिसकर्मियों को सड़कों पर तैनात किया गया है. एक ओर जहां भाजपा रोजगार, बेरोजगारी भत्ता, अनुबंधकर्मियो का स्थायीकरण और परीक्षा में भ्रष्टाचार के मुद्दे पर राज्य सरकार को घेरना चाहती है. तो वही झामुमो राज्य के सभी 24 जिलों में भाजपा की नीतियों का विरोध करने के मूड में है.
झामुमो केंद्रीय महासचिव विनोद पांडे ने कहा कि यह महज 1 मार्च नहीं बल्कि झारखंड हित को नुकसान पहुंचाने वालों के लिए चेतावनी है. झारखंड अब जाग चुका है, जिसका परिणाम झारखंडी अधिकार मार्च है.
राज्यसभा सांसद महुआ माजी ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि झामुमो का यह मार्च केंद्र के खिलाफ है. केंद्र सरकार झारखंड के साथ मजाक कर रही है. सिर्फ कोयले की रॉयल्टी के 1.36 लाख करोड़ रुपए बकाया है. सीएम हेमंत सोरेन ने कई बार केंद्र से आग्रह किया है कि वह पैसे राज्य सरकार को मिले. मैंने भी कई बार इस मुद्दे को उठाया, लेकिन अब तक राज्य को उसके हक का पैसा नहीं मिला है. अगर यह पैसे झारखंड सरकार को मिल जाए तो यह युवाओं के रोजगार में लगाए जा सकते हैं. उन्होंने आगे कहा कि भाजपा झारखंड के युवाओं को भड़का कर आक्रोश रैली निकलवा रही है. इसका उद्देश्य सिर्फ झारखंड को अशांत करना है.