झारखंड के पहले ऊर्जा मंत्री और डुमरी विधानसभा से तीन बार के विधायक रहे लालचंद महतो का कल निधन हो गया. राजधानी रांची में लालचंद महतो ने 72 की उम्र में आखिरी सांस ली. रांची के आवास में देर रात बाथरूम में चक्कर खाकर वह बेहोश हो गए थे, इसके बाद परिवार वालों ने तुरंत उन्हें प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया. जहां डॉक्टरों ने डुमरी विधायक को मृत घोषित कर दिया.
लालचंद महतो के भाई चेतन लाल महतो ने बताया कि पूर्व मंत्री की तबीयत बीते कुछ दिनों से खराब चल रही थी. इस दौरान वह अपने घर के बाथरूम में गए और बेहोश होकर गिर गए, जहां से अस्पताल ले जाने पर डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. डॉक्टर्स के अनुसार लालचंद महतो को दिल का दौरा पड़ा था.
राजनीतिक कैरियर की शुरुआत निर्दलीय उम्मीदवारी से
लालचंद महतो झारखंड राज्य के गठन के बाद पहले ऊर्जा मंत्री के तौर पर जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के खिलाफ लालचंद ने मोर्चा भी खोला था. महतो ने अपने पांच सहयोगियों के साथ मिलकर बाबूलाल मरांडी को सीएम पद से हटाने की मांग की थी, जिसका असर भी देखने को मिला था. भाजपा के नेतृत्व में बाबूलाल मरांडी को हटाया गया और अर्जुन मुंडा को सीएम पद की शपथ दिलाई गई. लालचंद महतो की वजह से आज तक बाबूलाल मरांडी दोबारा झारखंड सीएम के पद पर नहीं बैठ पाए.
लालचंद महतो ने अपने राजनीतिक कैरियर की शुरुआत निर्दलीय उम्मीदवारी से की थी. इसके बाद जनसंघ, भाजपा, जनता दल, समता पार्टी, बसपा से भी वह चुनावी लड़ाई लड़ चुके हैं. बहुजन सदान मोर्चा नाम की राजनीतिक पार्टी भी श्री महतो ने बनाई थी.
आज सुबह 10:00 बजे झारखंड विधानसभा में लालचंद महतो को राजकीय सम्मान दिया जाएगा. इसके बाद उनकी यह अंतिम यात्रा निकाली जाएगी. रांची से श्री महतो के पार्थिव शरीर को डुमरी ले जाया जाएगा, पेटरवार, जैमामोड, फुसरो,चपरी, सारुबेडा, नावाडीह, सुराही, असुरबांध और डुमरी में अंतिम दर्शन के लिए उनके पार्थिव शरीर को रखा जाएगा. इसके बाद दोपहर में उनके पार्थिव शरीर को बोकारो जिले के बैधकारो आवास पर ले जाया जाएगा. बैधकारो से अंतिम यात्रा दामोदर नदी तट पर पहुंचेगी, जहां उनका अंतिम संस्कार होगा.
31 मार्च को इसरी बाजार स्टेशन रोड स्थित तेरहपंथी कोठी में संपन्न बहुजन सदान मोर्चा और हिंदू मजदूर किसान यूनियन के सम्मेलन में लालचंद महतो को गिरिडीह लोकसभा सीट से उम्मीदवारी दी गई थी.