झारखंड मुक्ति मोर्चा ने चुनाव आयोग पर बड़ा इल्जाम लगाया है. झामुमो की ओर से चुनाव आयोग को भाजपा का कठपुतली बताया है. चुनाव आयोग आज झारखंड और महाराष्ट्र के चुनाव की तारीखों का ऐलान करने वाला है. दोपहर 3:30 बजे चुनाव आयोग ने इसके लिए प्रेस कांफ्रेंस बुलाई है. चुनावी तारीखों की घोषणा के पहले झामुमो का यह इल्जाम सुर्खियां बटोर रहा है. पार्टी नेता मनोज पांडे ने चुनाव आयोग पर आरोप लगाया कि कल ही भाजपा नेताओं को चुनाव के ऐलान की जानकारी मिल गई थी. आयोग भाजपा की कठपुतली है.
मनोज पांडे ने कहा कि हम चुनाव के लिए हमेशा तैयार रहते हैं. लेकिन आज चुनाव की घोषणा होने वाली है और इसकी जानकारी भाजपा के नेताओं को कल ही हो गई थी. यह बेहद गंभीर विषय है. क्या भाजपा नेताओं के इशारे पर चुनाव आयोग काम करती है. उन्होंने आगे कहा कि हिमंता बिस्वा सलमा ने कल अपने एक बयान में कहा कि आज(मंगलवार) चुनाव की घोषणा होने वाली है. किसी आयोग को इस कदर कठपुतली बन कर रखना, यह गंभीर बात है.
झामुमो के अलावा झारखंड कांग्रेस ने भी चुनाव आयोग पर सवाल उठाए हैं. कांग्रेस के प्रमुख नेता राजेश ठाकुर ने कहा कि जब चुनाव आयोग फैसला लेता है तो वह क्यों कटघरे में खड़ा होता है. हमने बार-बार कहा है कि झारखंड में चुनाव की तारीख 6 जनवरी है, जब हरियाणा में चुनाव की तारीख 3 नवंबर और महाराष्ट्र में 26 नवंबर थी तो आपने दोनों चुनाव एक साथ क्यों नहीं कराए. जब आप हमारी बातों को नहीं सुनते हैं तो हमें ऐसा लगता है कि आप राजनीतिक कारणों से या किसी पार्टी विशेष के प्रभाव से ऐसी घोषणाएं कर रहे हैं.
बता दें कि झारखंड में विधानसभा चुनाव 81 सीटों पर होने वाले हैं. झारखंड विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी 2025 को खत्म हो रहा है. इसके पहले नवंबर से दिसंबर के बीच में चुनाव होने की संभावना जताई जा रही है.