पटना के गांधी मैदान में आज नीतीश कुमार ने 25,000 नव नियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र बांटा है. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अलावा उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी भाग लिया. यहां सभी ने अपने महागठबंधन की सरकार की उपलब्धियां गिनाई.
पटना के गांधी मैदान में राज्यभर के अलग-अलग जिलों से हजारों की संख्या में शिक्षक पहुंचे लेकिन इसी बीच खबर यह आ रही है कि कई शिक्षकों को पटना पहुंचने से पहले ही बसों में नियुक्ति पत्र बांट दिया गया.
बिहार की शिक्षा व्यवस्था ठीक नहीं
खगड़िया के शिक्षकों को बस में ही जॉइनिंग लेटर दे दिया गया. इस तरह से बस में ही नियुक्ति पत्र दिए जाने पर अब छात्र सवाल उठा रहे हैं. कई लोगों ने सोशल मीडिया पर नियुक्ति पत्र रास्ते में दिए जाने पर सवाल खड़ा किया है उन्होंने कहा है कि शिक्षक कितने भी हो जाए. लेकिन बिहार की शिक्षा व्यवस्था ठीक नहीं हो सकती है. इलेक्शन के पहले कुछ लोगों को नौकरी दे दिया जा रहा है. ऐसा लग रहा है 15 सालों से नौकरी को जमा करके रखा गया था.
पटना में 27 जिलों के नवनियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र देने के लिए आमंत्रित किया गया था. जिनमें पटना के अलावा नालंदा, वैशाली, भोजपुर, रोहतास, बक्सर पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, सारण, सिवान, गोपालगंज, दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर, मुंगेर, खगड़िया, जमुई, बेगूसराय, लखीसराय, शेखपुरा, गया, औरंगाबाद, अरवल, जहानाबाद से अभ्यर्थी शामिल हुए. वही 9 जिलों को उसी जिले में नियुक्ति पत्र दिया गया है जिनमें सहरसा, सुपौल, मधेपुरा, पूर्णिया, अररिया, किशनगंज, कटिहार, बांका और भागलपुर शामिल हैं.
कार्यक्रम मैं शिक्षा विभाग ने जिलों को 3 करोड़ 41 लख रुपए की राशि खर्च करने के लिए भेजी थी.