बीते 1 महीने से बिहार में के शिक्षा विभाग के पूर्व अपर मुख्य सचिव के के पाठक लम्बी छुट्टी पर थे. छुट्टी पर रहने के दौरान नीतीश सरकार ने उनके विभाग का तबादला कर दिया था. बिहार सरकार ने उनकी पोस्टिंग राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में कर दी थी, लेकिन के के पाठक के आने के बाद उनके विभाग में एक बार फिर से बदलाव किया गया है और उन्हें नई पोस्टिंग दी गई है. सरकार ने के के पाठक को अध्यक्ष राजस्व परिषद पद पर तैनात किया है, जिसका मतलब अब के के पाठक राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग नहीं ज्वाइन करेंगे. बुधवार को के के पाठक के नए विभाग में जॉइनिंग के लिए सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से अधिसूचना जारी कर दी गई.
पहले शिक्षा विभाग के पूर्व अपर मुख्य सचिव का ट्रांसफर राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में किया गया था, लेकिन के के पाठक ने यह विभाग ज्वाइन नहीं किया. तब राज्य सरकार ने उनकी पिछली पोस्टिंग की अधिसूचना रद्द कर दी और राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अपर मुख्य सचिव के तौर पर दीपक कुमार सिंह को अतिरिक्त प्रभार दिया गया. इसके अलावा विकास आयुक्त चैतन्य प्रसाद को राजस्व परिषद के अध्यक्ष सदस्य के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त कर दिया गया है और इसके जिम्मेदारी के के पाठक को दी गई है. के के पाठक इसके साथ ही बिपार्ड के महानिदेशक के अतिरिक्त प्रभार को भी संभालेंगे.
मालूम हो कि के के पाठक शिक्षा विभाग में रहने के दौरान तत्कालीन शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर से विवाद में रह चुके हैं. इसके साथ ही के के पाठक का राजभवन से भी विवाद रह चुका है. साथ ही के के पाठक ने स्कूल में शिक्षकों की छुट्टियां भी घटा दी, जिसके बाद वह शिक्षकों की और से भी विद्रोह झेलते हुए आ चुके हैं.