बिहार शिक्षा विभाग के रॉबिन हुड केके पाठक सुर्खियों में बने रहते हैं. अपने आदेशों और फरमानों के बाद कई बार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव सुर्खियां बटोरते हैं.
गुरुवार को उन्होंने एक बार फिर से अपने नए फरमान की वजह से खबरों में जगह बनाई है. केके पाठक के आदेश से सत्तारूढ़ दल के एमएलसी घिर गए हैं. दरअसल केके पाठक ने एमएलसी संजय सिंह के पेंशन पर रोक लगा दी है.
अपर मुख्य सचिव के फैसले के बाद संजय सिंह ने नीतीश कुमार के घर के बाहर धरना देने का ऐलान किया है. केके पाठक ने यूनिवर्सिटी शिक्षक संघ फुटाब के कार्यकारी अध्यक्ष बहादुर सिंह के भी पेंशन और वेतन पर रोक लगाई है. संजय सिंह शिक्षक संघ के महासचिव और सीपीआई से एमएलसी है. नीतीश सरकार की तरफ से भी सीपीआई को समर्थन मिलता रहा है, पार्टी के दो विधायक विधानसभा में मौजूदा सरकार में है.
संजय सिंह ने कहा है कि केके पाठक डिक्टेटर की तरह काम कर रहे हैं. किसी का पेंशन रोकने का उन्हें कोई अधिकार नहीं है. वामदल सीपीआई के एमएलसी के वेतन रोकने वाले फरमान से जदयू और सीपीआई के बीच में तनाव की स्थिति हो सकती है.
दरअसल शिक्षा विभाग ने बीते दिनों यूनिवर्सिटी में विद्यार्थियों की उपस्थिति को लेकर नई गाइडलाइन जारी की थी. जिस पर शिक्षक संघ ने विरोध दर्ज कराया था. शिक्षक संघ के पदाधिकारी के खिलाफ शिक्षा विभाग ने कार्यवाही करते हुए वेतन पर रोक लगा दी है.