लोकसभा चुनाव 2024 में राजनीतिक उठापटक जारी है. पद छोड़ने और नई पार्टी में जाने का सिलसिला भी जारी है. इसी बीच बसपा प्रमुख मायावती (BSP chief Mayawati) ने अपने उत्तराधिकारी और पार्टी के नेशनल कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद (Akash Anand) को पद से हटा दिया है. मायावती ने मंगलवार 7 अप्रैल की रात लगातार तीन ट्विट कर पार्टी में होने वाले बदलाव की जानकारी दी.
मायावती ने अपने पहले ट्विट में लिखा “विदित है कि बीएसपी एक पार्टी के साथ ही बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान तथा सामाजिक परिवर्तन का भी मूवमेन्ट है जिसके लिए माननीय श्री कांशीराम जी व मैंने खुद भी अपनी पूरी ज़िन्दगी समर्पित की है और इसे गति देने के लिए नई पीढ़ी को भी तैयार किया जा रहा है.”
मायावती ने अपने दुसरे ट्विट में आकाश आनंद को पार्टी से हटाये जाने की जानकारी देते हुए लिखा “इसी क्रम में पार्टी में, अन्य लोगों को आगे बढ़ाने के साथ ही, श्री आकाश आनन्द को नेशनल कोऑर्डिनेटर व अपना उत्तराधिकारी घोषित किया, किन्तु पार्टी व मूवमेन्ट के व्यापक हित में पूर्ण परिपक्वता (maturity) आने तक अभी उन्हें इन दोनों अहम जिम्मेदारियों से अलग किया जा रहा है.”
मायावती ने अपने तीसरे ट्विट में आकाश के पिता व अपने भाई के आनंद कुमार के सक्रीय भूमिका निभाने की बात कही है.
मायावती के इस निर्णय के बाद अन्य विपक्षी दल उनपर भाजपा की ‘बी’ टीम होने का आरोप लगा रही है. कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत ने कहा कि “मायावती को जब आकाश एमेच्योर लगते हैं तो उन्हें पार्टी का कोऑर्डिनेटर क्यों बनाया था? आकाश जब भाजपा को घेरने लगे तभी उन्हें पद से क्यों हटाया गया?
आनंद की सभी रैलियां रद्द
पार्टी के कोऑर्डिनेटर पद से हटाये जाने के साथ ही आनंद की प्रस्तावित सभी रैलियों को भी रद्द कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि बसपा प्रमुख मायावती अब खुद उन सभी जगहों पर रैली करेंगी. दरअसल, आकाश आनंद लगातार अपनी रैलियों में बीजेपी पर हमलावर हो रहे थे. साथ ही मौजूदा केंद्र और यूपी की योगी सरकार के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग कर रहे थे.
25 अप्रैल को आकाश आनंद ने आजमगढ़ की रैली में कहा- सरकारी नौकरियों के लिए पेपर देते हो और वो लीक हो जाता है, तो मन करता है जिसने पेपर लीक किया, उसका गूदा निकालकर जमीन में गाड़ दें. वहीं इसी रैली में समाजवादी पार्टी को देशद्रोही और गद्दार कहा था.
28 अप्रैल को सीतापुर में रैली के दौरान भाजपा की सरकार को बुलडोजर और आतंकवादी सरकार कहा था. वहीं जनता से कहा- अगर ऐसे लोग आपके बीच वोट मांगने आते हैं, तो जूता निकालकर रेडी कर लीजिए. वोट की जगह जूता मारने का वक्त आ गया है.
इससे पहले भी आनंद ने बीजेपी पर गद्दार और घमंडी होने का आरोप लगाया था.
आकाश आनंद ने साल 2017 में अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी. तबसे वह लगातार पार्टी में सक्रीय हैं. 2022 के हिमाचल विधानसभा चुनाव के दौरान उनका नाम स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल था.