बिहार शिक्षा विभाग के एक आदेश ने राज्य के लाखों बच्चों को शिक्षा से दूर कर दिया है. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने सितंबर में आदेश दिया था, कि 15 दिनों तक अगर कोई छात्र स्कूल से बिना वजह अनुपस्थित रहता है. तो उसका स्कूल से नाम काट दिया जाए.
इस फैसले से अब तक राज्य भर में 20 लाख से भी ज्यादा बच्चों का नाम काट दिया गया है. जिसमें दसवीं और बारहवीं के 2.86 लाख बच्चे शामिल है. शिक्षा विभाग का यह आदेश स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति को सुधारने के लिए किया गया था. लेकिन ये बच्चों के लिए मुश्किल होता हुआ नज़र आ रहा है.
दुर्गा बालिका उच्च विद्यालय की छात्राओं का प्रदर्शन
लखीसराय में दुर्गा बालिका उच्च विद्यालय की छात्राओं का स्कूल से नाम काट दिया गया है. जिसके बाद छात्राएं सड़क पर प्रदर्शन के लिए उतर गई. दुर्गा बालिका उच्च विद्यालय की छात्राओं ने सड़क को जाम कर दिया है उनका आरोप है कि स्कूल में व्यवस्था ठीक नहीं है और हमसे पैसे लिए जाते हैं. यह सभी क्लास 11 और 12वीं की छात्रा है उनकी परीक्षा चल रही है. परीक्षा के पहले ही इस तरीके से नाम कटने से परीक्षा में नहीं बैठ सकती हैं. पुलिस अधिकारी ने भी मौके पर पहुंच कर छात्राओं को समझाने की कोशिश की है.
स्कूल प्रशासन ने नाम काटे जाने के फैसले पर कहा कि यह करवाई शिक्षा विभाग के आदेश के तहत की जा रही है.