जनता दल यूनाइटेड(जेडीयू) के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने शुक्रवार को पार्टी के अध्यक्ष पद से अपना इस्तीफा दे दिया है. दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक के दौरान ललन सिंह ने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हाथ में सौंपा. मुख्यमंत्री ने ललन सिंह के इस्तीफे को स्वीकार भी कर लिया है.
इस बैठक में ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पार्टी के नए अध्यक्ष के तौर पर पदभार संभाला. नए अध्यक्ष के पद संभालने के लिए ललन सिंह ने ही नीतीश कुमार को प्रस्ताव दिया था, जिसे उन्होंने स्वीकार लिया.
इन सब प्रकरणों में अखबारों और मीडिया ने जमकर नीतीश कुमार और ललन सिंह के इस मुद्दे पर खबरें चलाई और छापा. जिसमें कुछ खबरे मीडिया ने अपने विश्लेषण के आधार पर चलाए, कुछ कयासों पर. अब इन ख़बरों से ललन सिंह खफा नजर आ रहे हैं.
ललन सिंह ने लिखी चिट्ठी
ललन सिंह ने चिट्ठी लिखकर एक प्रमुख समाचार पत्र के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने की चेतावनी दी है. उन्होंने पत्र में लिखा है कि एक प्रमुख समाचार पत्र और कुछ न्यूज़ चैनल में प्रमुखता से यह खबर छापी गई है कि उपमुख्यमंत्री श्री तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री के बनाने के प्रयास में मेरी अध्यक्ष पद से विदाई हो गई. साथ ही खबरों में यह भी छप गया है कि 20 दिसंबर को एक मंत्री के कार्यालय में दर्जन भर विधायकों की बैठक हुई, जिसमें मेरी भी उपस्थित थी. और खबरों में जेडीयू के टूट की प्रक्रिया पर भी चर्चा काफी हुई है.
खबरें भ्रमक और असत्य
यह सभी खबर पूरी तरह से भ्रामक, असत्य और मेरी छवि को धूमिल करने वाली है. मैं 20 दिसंबर को माननीय मुख्यमंत्री के साथ दिल्ली में था. और 20 दिसंबर की शाम सभी सांसदों के साथ मुख्यमंत्री जी के दिल्ली आवास पर एक बैठक हुई थी. प्रमुख समाचार पत्रों ने जानबूझकर मेरी छवि को धूमिल करने के लिए इस तरह की खबर को छापा है. अखबार की वजह से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मेरे 37 साल के संबंधों पर प्रश्न चिन्ह खड़ा हुआ है. जबकि तथ्य यह है कि मैं अपने संसदीय क्षेत्र में व्यवस्तता के कारण मेरी इच्छा और मुख्यमंत्री जी की सहमति से अध्यक्ष पद को छोड़ा है और श्री नीतीश कुमार जी ने स्वयं इस दायित्व को लिया है.
अखबारों पर कार्रवाई
ललन सिंह ने आगे ऐसी खबरों को छापने वाले अखबारों पर कार्रवाई करने को लेकर कहा कि ऐसे भ्रमक समाचार को लिखने वाले और छापने वाले अख़बार चारों खाने चित्त होंगे. जनता दल यूनाइटेड के सर्वमान्य नेता श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एकजुट है. मैंने फैसला किया है कि पटना लौटकर तत्काल संबंधित समाचार पत्र को कानूनी नोटिस दूंगा और मेरी छवि को धूमिल करने के लिए उन पर मानहानि का मुकदमा करूंगा.
यह पत्र 30 दिसंबर को जारी किया है. जिसमें साफ तौर पर देखा जा रहा है कि ललन सिंह अपने खिलाफ छापे गया खबरों से कितने ज्यादा आहत नजर आ रहे हैं.