हिंदू धर्म में लोगों को भगवान पर कितनी आस्था है, यह बताने वाली बात नहीं है. लोग हर चीज में भगवान को याद करते हैं. भगवान के अलग-अलग रूप की पूजा के लिए अलग-अलग त्यौहार भी मनाए जाते हैं. लेकिन हमारे नेता-विधायक अपने राजनीतिक कैरियर को संवारने के लिए भगवान पर भी विवादित टिप्पणी देने से नहीं चुकते हैं.
मां दुर्गा पर विवादित बयान देने वाले राजद विधायक फतेह बहादुर सिंह के बोल एक बार फिरसे बिगड़ गए हैं. उन्होंने एक बार फिर से हिंदू देवी-देवताओं को ले कर विवादित बयान दिया है. जिससे हिन्दुओं की मान्यता पर गहरा ठेस पहुंच सकता हैं. विधायक फ़तेह बहादुर ने शुक्रवार को मां सरस्वती को लेकर विवादित बयान दिया है. विधायक ने मां सरस्वती को चरित्रहीन बताया है.
उनका कहना है की मां सरस्वती ने अपने पिता से शादी की थी, जिसकी वजह से वह चरित्रहीन स्त्री बन गई है और किसी भी चरित्रहीन की पूजा नहीं होनी चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि चरित्रवान भगवान की पूजा होनी चाहिए, ना कि चरित्रहीन कि. उनकी जगह पर सावित्रीबाई फुले की पूजा की जानी चाहिए.
फतेह बहादुर सिंह ने दाउदनगर में कहा कि ग्रंथों में ब्रह्मा जी को सरस्वती जी का पिता बताया गया है. तो ब्रह्मा जी ने अपनी पुत्री से ही शादी कर ली, जो चरित्रहीनता का परिचय देता है.
दरअसल विधायक फतेह बहादुर स्कूलों में ज्योति बाई फुले के प्रतिमा को लगवाने की ही बात कर रहे थे. लेकिन अपनी बातों में उन्होंने सनातन धर्म के खिलाफ भी बातें कर डाली.
विधायक ने यहां सावित्री बाई फुले को भारत रत्न दिलाने की भी मांग की है. उन्होंने कहा कि सावित्री बाई फुले देश की पहली शिक्षिका हैं, महिला शिक्षा में उनके योगदान को भुला नहीं जा सकता है. स्कूलों में से मां सरस्वती की प्रतिमा को हटा कर सावित्री बाई फुले की प्रतिमा लगानी चाहिए और उनकी ही प्रार्थना होनी चाहिए.
राजद विधायक- महिषासुर मेरे आदर्श
राजद के डेहरी विधायक फतेह बहादुर सिंह ने पहले भी मां दुर्गा को लेकर विवादित टिप्पणी की थी. जिसके बाद राज्य में उनके बयानों की काफी आलोचना हुई थी. विधायक ने भगवान राम को लेकर भी विवादित टिप्पणी की थी. राजद में जहां लालू परिवार भगवान और मंदिरों में आस्था रखता है, तो वही उनके डेहरी विधायक हिंदू देवताओं के बड़े आलोचक नजर आते हैं. कुछ समय पहले भी उन्होंने कहा था कि देवी दुर्गा की कहानी एक काल्पनिक कहानी है. जब भारत में अंग्रेजों का राज था तब 33 करोड़ भगवान ने आकर देश को गुलामी से क्यूं नहीं बचाया था. उस समय देवी दुर्गा के हथियार कहां थे, उन्होंने आकर अंग्रेजों का संहार क्यों नहीं किया था. विधायक ने कहा कि वह मां दुर्गा को ना मानकर, महिषासुर को अपना आदर्श मानते हैं.
फतेह बहादुर ने भगवान राम की भी कहानी को काल्पनिक बताया था. उन्होंने कहा था कि भगवान राम की कथा ब्राह्मणों के द्वारा फैलाई गई है. यह एक पाखंड है.
राजद विधायकों की राक्षसी प्रवृत्ति
राजद विधायक के इस बयान पर भाजपा विधायक ने अपनी नाराजगी जाहिर की है. भाजपा प्रवक्ता अरविंद कुमार सिंह ने कहा कि राजद विधायकों की राक्षसी प्रवृत्ति हो गई है. वह इस तरह के बयान अक्सर देते रहते हैं. अगड़ा और पिछड़ा जाति की राजनीति करने वाले राजद पार्टी के विधायक यह भूल जाते हैं कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछड़ी जाति से आते है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी भी पिछड़े समाज से ही आते हैं. अरविंद सिंह ने कहा की फतेह बहादुर सिंह ने सनातन धर्म का अपमान किया है. उनका यह बयान हिंदू आस्था को लज्जित करने वाला है.