राजद सुप्रीमो लालू यादव बीते दिन सिंगापुर में इलाज के लिए गए थे, जहां से आज उनकी वापसी हुई है. सिंगापुर से पटना लौटते ही लालू यादव ने भाजपा और आरएसएस को निशाने पर लिया है. लालू यादव ने कहा कि यह लोग जातीय जनगणना कैसे नहीं कराएंगे. इन लोगों को मजबूर कर देंगे.
राजद सुप्रीमो ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर लिखा, इन आरएसएस-बीजेपी वाले का कान पकड़ दंड बठक कर, इनसे जातिगत जनगणना कराएंगे. इनका क्या औकात है जो यह जातिगत जनगणना नहीं कराएंगे. इनको इतना मजबूर करेंगे कि इन्हें जातिगत जनगणना कराना ही पड़ेगा. दलित, पिछड़ा, आदिवासी और गरीब के एकता दिखाने का समय अब आ चुका है.
सोमवार को आरएसएस ने कहा कि जाति आधारित जनगणना लोगों के कल्याण के लिए सही है, लेकिन इसका इस्तेमाल चुनाव में राजनीतिक हथियार नहीं बनना चाहिए. सरकार को सिर्फ डाटा इकट्ठा करने के लिए जातिगत गणना करानी चाहिए. हिंदू समाज में जाति बहुत संवेदनशील मुद्दा है.
बता दें कि पिछले साल बिहार में जाति आधारित गणना हुई थी. जातीय गणना के आंकड़े जारी करने वाला बिहार पहला राज्य बना था. आंकड़े के मुताबिक राज्य में सबसे ज्यादा 36% अति पिछड़ा वर्ग मौजूद है. और सबसे कम 1.06% अनुसूचित जनजाति के लोग रहते हैं.