बिहार और बिहारियों को लेकर कई बार देश में लोग आपत्तिजनक और अपमानजनक टिप्पणियां करते हैं. कई बार सांसदों और मंत्रियों ने भी अपने भाषणों में बिहारियों का मजाक बनाया है.
डीएमके सांसद दयानिधि मारन ने भी बिहार और उत्तर प्रदेश के लोगों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की है. उनके टिप्पणी से बिहार और उत्तर प्रदेश के लोग खासे नाराज चल रहे हैं और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की प्रक्रिया की जा रही है.
दयानिधि मारन के अपमानजनक टिप्पणी के खिलाफ शिक्षाविद् और बिहार प्रदेश कांग्रेस पॉलिटिकल अफेयर कमेटी के सदस्य डॉक्टर चंद्रिका प्रसाद यादव ने लीगल नोटिस भेजा है. डीएमके सांसद मारन से पहले 15 दिनों के भीतर बिहार और उत्तर प्रदेश के लोगों से माफी मांगने की अपील की है नहीं तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक भारत एक ही है - श्री यादव
कमेटी के सदस्य यादव ने अपनी बातों में आगे कहा कि मारन को शायद यह पता नहीं है कि उनके प्रदेश में कई आईएएस और आईपीएस अधिकारी बिहार और उत्तर प्रदेश से ही काम कर रहे हैं. पुलिस विभाग में भी कई सर्वोच्च पदों पर बिहार के लोगों ने अपनी सेवा दी है. तेलंगाना के डीजीपी भी बिहार से ही है, हैदराबाद के कमिश्नर भी बिहार से हैं और ऐसे ना जाने कई बड़े-बड़े पदों पर बिहार और यूपी के लोग काम कर रहे हैं.
श्री यादव ने आगे कहा कि कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक भारत एक ही है, इसको तोड़ने की कोशिश ना की जाए. दरअसल तमिलनाडु के सत्ताधारी पार्टी के डीएमके लोकसभा संसाद दयानिधि मारन ने कहा था कि यूपी और बिहार के हिंदी भाषी लोग तमिलनाडु आ कर या तो कंस्ट्रक्शन का काम करते हैं, या सड़कों को बनाते हैं या फिर शौचालय की सफाई करते हैं. और अंग्रेजी पढ़ने वाले लोग आईटी कंपनियों में अच्छे पैकेज पर नौकरी करते हैं.
डीएमके सांसद के इस बयान के बाद से उन्हें चारों तरफ से घेर लिया गया है. बिहार में सभी पार्टियां लगातार मारन पर हमला बोल रही है. जदयू, राजद, कांग्रेस और भाजपा की पार्टी ने भी मारन के खिलाफ आलोचना की है. बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भी मारन के बयानों के बाद कहा कि मारन का यह बयान निंदनीय है, पूरा देश एक है. बिहार और यूपी के लोग इन राज्य में न जाए तो उनका भट्टा बैठ जाएगा.
जदयू के मंत्री विजय कुमार चौधरी ने भी मारन के बयानों की निंदा करते हुए कहा कि कोई जिम्मेदार नेता इस तरह का बयान नहीं देता है. बिहार, यूपी के लोगों के लिए जिस तरह की आपत्तिजनक बयानों का इस्तेमाल किया गया है वह आलोचना के लायक है.
भाजपा के अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने भी दयानिधि से माफी मांगने के लिए कहा है. सम्राट चौधरी ने कहा है कि अगर मारन माफी नहीं मांगते हैं तो उनके खिलाफ आंदोलन किया जाएगा.
सुशील मोदी ने भी अपने बयानों में कहा कि समाज में भाषा और प्रांतीय आधार पर नफरत फैलाने वाले बयान फैला पर नीतीश कुमार चुप क्यूं हैं. राहुल गांधी की मोहब्बत की दुकान में बिहारी और उत्तर भारतीय लोगों के लिए नफरत का माल भर दिया गया है.
वही लोजपा (रा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष युवा बिहारी चिराग पासवान ने भी बिहारीयों के अपमान पर डीएमके सांसद मारन के बयानों पर अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि मारन का यह बयान नंदनीय है. बिहारियों का अपमान किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.