झारखंड के पूर्व सीएम चंपई सोरेन के भाजपा में शामिल होने के बाद उनके सुरक्षा में बड़ी कटौती की गई. पूर्व सीएम की सुरक्षा के लिए जो कारकेड आवंटित हुआ था उसे हटा लिया गया. इसके अलावा उनके सुरक्षा वाहनों को भी कम किया गया, जिसके बाद चंपई सोरेन ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि उनकी सुरक्षा में तैनात तीन वाहनों को वापस लिए जाने का आदेश दिया गया है, जिसे उन्होंने लौटा दिया. उन्होंने आगे कहा कि शायद राज्य सरकार को सुरक्षा वाहनों की किल्लत होगी इसलिए मेरी सुरक्षा में लगे वाहनों को हटा लिया गया. मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है. संघर्ष के रास्ते जनता के दिलों में जगह बनाई है. मेरी सुरक्षा जनता के हवाले है, जिसके साथ जानता है उसे सुरक्षा की कोई जरूरत नहीं.
पूर्व सीएम ने सुरक्षा हटाए जाने के बाद कैबिनेट सेक्रेटरी को पत्र भी लिखा है, जिसमें उन्होंने कहा कि भविष्य में अगर मेरे साथ किसी भी तरह अप्रिय घटना होती है तो इसकी पूरी जिम्मेवारी राज्य सरकार की होगी. पत्र में उन्होंने आगे लिखा कि 28 अगस्त को सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद जेड प्लस सुरक्षा वाहनों के साथ मिली थी. मगर 24 सितंबर को कारकेड के तीन वाहन चालकों को वाहन सहित बुला लिया गया.
झारखंड पुलिस ने चंपई सोरेन के सुरक्षा वाहनों को हटाने पर एक प्रेस रिलीज जारी किया. जिसमें बताया गया कि पूर्व सीएम के पास जेड प्लस सुरक्षा श्रेणी मानकों से अधिक सुरक्षा बल है. उनके पास विशेष शाखा से 6, सरायकेला खरसावां से 5, सरायकेला खरसावां से पूर्व सीएम आवास में 17, जैप वन से पायलट और स्कॉट में 9, सरायकेला खरसावां से पूर्व सीएम आवास सुरक्षा जिलिंगगोड़ा और रांची में 12 जवानों समेत कुल 63 पुलिसकर्मियों की तैनाती है. इन सभी जवानों के पास एके-47, इंसास राइफल, पिस्टल, मेटल डिटेक्टर, वायरलेस सेट और अन्य सुरक्षा उपकरण भी मौजूद है.