झारखंड में नई सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार अभी अटका हुआ है. इस मंत्रिमंडल में कांग्रेस की भागीदारी की तस्वीर साफ नहीं हो पा रही है, जिस कारण अब तक हेमंत सोरेन अकेले शपथ लेकर सरकार चला रहे हैं. इस बीच खबर है कि झारखंड कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों की सूची सोमवार को आलाकमान को दी है. दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात कर प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर और प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने यह सूची दी है. अब झारखंड के मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले कांग्रेस के विधायकों का नाम दिल्ली से होकर आएगा. कहा जा रहा है कि एक- दो दिन में विधायकों का नाम चुन लिया जाएगा और उसे झारखंड भेजा जाएगा.
सोमवार को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने झारखंड प्रभारी मीर से मुलाकात की. इसके बाद दोनों ने संगठन प्रभारी वेणुगोपाल से मिलकर झारखंड विधानसभा चुनाव में पार्टी के विधानसभावार प्रदर्शन की जानकारी दी. 16 सीटों पर पार्टी को जीत मिली थी, जिसका समीकरण वेणुगोपाल को दिया गया.
कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जब चाहेंगे तब मंत्रिमंडल का गठन हो जाएगा.
झारखंड विधानसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन को 56 सीटों पर जीत मिली है. इनमें झामुमो के खाते में 34 सीट गई है, तो वहीं कांग्रेस ने 16 सीटों पर जीत दर्ज की है. कांग्रेस मंत्री पद के लिए चार:एक के फार्मूले के तहत मांग रख रहा है. यानी कांग्रेस हर चार विधायकों पर एक मंत्री की मांग कर रहा है.