सवर्ण मतदाताओं के लिए जाने वाली मुजफ्फरपुर सीट पर मुस्लिम, यादव और वैश्य वोटरों की भी संख्या ज्यादा है. मौजूदा समय में भाजपा के नेता अजय निषाद दो टर्म से यहां राज कर रहे हैं.
बिहार के उत्तर की बेहद अहम सीट माने जाने वाली मुजफ्फरपुर में पांचवें चरण में 20 मई को वोटिंग होनी है. इस सीट पर बाहरी प्रत्याशियों के लिए हमेशा ही जगह रही है.
1957 के पहले चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने मुजफ्फरपुर में जीत हासिल की थी. पहले चुनाव में गुजरात से आकर अशोक रणजीत राम मेहता ने मुजफ्फरपुर की जनता का भरोसा जीता था. इसके बाद प्रजा सोशलिस्ट पार्टी ने 1957, फिर 1962 से लगातार तीन चुनाव में कांग्रेस ने यहां जीत हासिल की. 1977 में पहली बार जनता पार्टी की मुजफ्फरपुर सीट पर एंट्री हुई. 1980 में जनता पार्टी (सेकुलर) मुजफ्फरपुर, 1984 में फिर से कांग्रेस की यहां वापसी हुई. 1989 से 1996 तक जनता दल का मुजफ्फरपुर में गढ़ रहा.
एनडीए और महागठबंधन के बीच मुकाबला
मुजफ्फरपुर सीट से जॉर्ज फर्नांडिस सांसद हुआ करते थे, 1989 से 1991 दो चुनाव में मुजफ्फरपुर सीट पर उन्होंने जीत हासिल की थी. उसके बाद 1998 में लालू यादव की पार्टी राजद ने मुजफ्फरपुर से जीत हासिल की. 1999 के चुनाव से लेकर 2009 के चुनाव तक जनता दल यूनाइटेड का नाम मुजफ्फरपुर सीट पर जमा रहा. इसके बाद से बीते दो चुनाव से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मुजफ्फरपुर में जीतती हुई आ रही है. 2014 और 2019 के चुनाव में भाजपा के अजय निषाद ने मुजफ्फरपुर में जीत हासिल की.
2019 के चुनाव में भाजपा के अजय निषाद ने वीआईपी के राजभूषण चौधरी को यहां चार लाख से ज्यादा वोटों से शिकस्त दी थी. अजय निषाद को मुजफ्फरपुर सीट पर 6,66,878 वोट मिले थे, वही वीआईपी को यहां 2,56,890 वोट पड़े थे. जबकि नोटा पर 9,690 लोगों ने बटन दबाया था.
2024 के लोकसभा चुनाव में मुजफ्फरपुर सीट पर एनडीए और महागठबंधन के बीच में मुकाबला होने वाला है. भाजपा की ओर से इस बार मौजूदा सांसद अजय निषाद के बजाय नए चेहरे को मौका दिया गया है. भाजपा ने डॉक्टर राजभूषण निषाद को मुजफ्फरपुर का कैंडिडेट घोषित किया है. वही महागठबंधन की ओर से अभी इस सीट पर चेहरे का फैसला नहीं हुआ है.
अपनी शाही लीची के लिए मशहूर मुजफ्फरपुर लोकसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 18,58,538 है. जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 9,80,559 और महिला मतदाताओं की संख्या 8,77,887 है. मुजफ्फरपुर में सवर्ण मतदाताओं की संख्या 3 लाख है, यादव पौने दो लाख, मुस्लिम दो लाख और वैश्य वोटर सवा दो लाख है.