12 फरवरी को बिहार में नीतीश सरकार का फ्लोर टेस्ट होने वाला है. विधानसभा में इस नई-नवेली सरकार को अपना बहुमत साबित करना है. सोमवार को होने वाले फ्लोर टेस्ट से पहले सरकार में शामिल जदयू और भाजपा दोनों ही पार्टियां अपनी-अपनी तैयारी में लगी हुई है. भाजपा ने अपने सभी विधायकों को इकट्ठा करना शुरू कर दिया है, तो इधर जदयू ने भी डर को भांपते हुए भोज का आयोजन कराया है.
इस भोज के जरिए जदयू ने अपने विधायकों को एकजुट करने का प्लान किया था, लेकिन जदयू का यह प्लान फ्लॉप होता हुआ नजर आया. दरअसल शनिवार को मंत्री श्रवण कुमार के आवास पर भोज का आयोजन कराया गया था. इस भोज में जदयू के सभी विधायकों को बुलाया गया था, लेकिन इस भोज से कई विधायक नदारद रहे. सीएम नीतीश कुमार भी इस भोज में शामिल होने के लिए पहुंचे थे, जहां पर विधायकों की संख्या कम देख वह श्रवण कुमार के आवास से निकल गए. सीएम का यह लंच पॉलिटिक्स का प्लान आज फेल हो गया.
भोज से करीब 10 विधायक गायब
जदयू के पास कुल 45 विधायक है, इन विधायकों को एकजुट करने की चुनौती पार्टी को मिली थी. जानकारी के मुताबिक भोज से करीब 10 विधायक गायब रहे. गायब रहे विधायकों में बीमा भारती, अमन हजारी, गुंजेश्वर शाह, दिलीप राय सुदर्शन, शालिनी मिश्रा, गोपाल मंडल, डॉक्टर संजीव कुमार इत्यादि शामिल हैं. इस लंच पॉलिटिक्स के फेल होने पर भी जदयू दावा कर रही है कि उनके 45 विधायक समर्थन में है और कुछ विपक्ष के विधायकों का भी समर्थन उनके साथ है. जदयू का दावा है की जो विधायक लंच में नहीं पहुंचे है वो रास्ते में हैं.
जदयू के जो विधायक मंत्री श्रवण कुमार के आवास पर भोज में शामिल हुए उनमें एक अलग ही आत्मविश्वास देखने को मिला. जदयू के यह सभी विधायक निश्चिंत हो चुके हैं कि उन्हें विधानमंडल में पूर्ण बहुमत मिलने वाला है.
जदयू के इस भोज में विधायकों के ना शामिल होने पर राजद विधायक फतेह बहादुर सिंह ने चुटकी ली है. फ़तेह बहादुर सिंह ने कहा है कि यह तो मात्र एक ट्रेलर है, अभी पूरी पिक्चर बाकी है. 12 फरवरी को पूरी पिक्चर देखने को मिलेगी.
राजद विधायक ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री ने यह दावा किया था कि वह मर मिट जाएंगे लेकिन भाजपा के साथ शामिल नहीं होंगे. लेकिन क्या हुआ चले गए ना, लेकिन उन्हें नहीं मालूम अभी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी खेल खेल रहे हैं. सम्राट चौधरी का मुरेठा अभी तक उतरा नहीं है और जब तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को गद्दी से नीचे नहीं उतारेंगे तब तक मुरेठा नहीं खोलेंगे.