पाकिस्तान के बलूचिस्तान में रविवार से ही कत्लेआम हो रहा है. रविवार से ही यहां बलूच लिबरेशन आर्मी(बीएलए) का हमला जारी है, जिसमें पहले दिन 39 लोगों की हत्या हुई थी. इसमें 22 मुसाफिर शामिल थे. बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक कलात जिले में 11 लोगों की हत्या हुई थी. जिसमें पांच पुलिस वाले शामिल थे. जबकि एक अन्य जिले से 6 लोगों के शव को बरामद किया गया था. वही मूसाखेल जिले में 22 लोगों की हत्या हुई थी.
बलूच उग्रवादियों ने सोमवार को भी अलग-अलग जगहों पर हमले किए, जिसमें अब तक 73 लोगों की मौत की खबर मिली है. सोमवार सुबह 40 हमलावरों ने नेशनल हाईवे को जाम कर दिया, जहां बसों, ट्रकों और वैन से लोगों को उतरवा कर आईडी देखा और पंजाब प्रांत के 23 लोगों को गोली मार दी. पाकिस्तान आर्मी की ओर से बयान जारी कर कहा गया कि बलूचिस्तान में जवाबी कार्रवाई में 21 आतंकियों को मार गिराया गया है.
बलूच उग्रवादियों ने मस्तुंग में रेलवे ट्रैक को उड़ा दिया. 10 से ज्यादा गाड़ियों को आग लगा दी. 24 घंटे में बीएलए ने इलाके में पुलिस थाना, सुरक्षा बलों के शिविरों और कई सरकारी वाहनों को निशाना बनाया.
पाकिस्तान के सबसे बड़े प्रांत बलूचिस्तान में इस तरह से सरेआम हमले होने के बाद सरकार की खूब आलोचना हो रही है. 1.5 करोड़ आबादी वाले इलाके में प्राकृतिक संसाधनों की भरमार है. यहां तेल, कोयला, सोना, कॉपर, गैस इत्यादि मौजूद है. इन संसाधनों से ही पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था चलती है. बीएलए का कहना है कि पाकिस्तान की सरकार इस प्रांत के लोगों के हित में काम नहीं कर रही है. केवल संसाधनों का दोहन करती है.