बिहार में बूढ़े से ज्यादा युवाओं के बीमार होने का खुलासा हुआ है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी एक रिपोर्ट में राज्य के युवाओं के स्वास्थ को लेकर कई खुलासे हुए हैं. जिसमें यह पता लगा है कि बिहार में एक महीने के अंदर सरकारी अस्पतालों में 7 लाख से ज्यादा युवा इलाज करने पहुंचे हैं. रिपोर्ट के अनुसार सरकारी अस्पतालों में कुल 25 लाख 91 हजार मरिज अलग-अलग उम्र और बीमारियों के कारण इलाज कराने पहुंचे. जिनमें सबसे अधिक 7 लाख 80 हजार मरिज 18 से 30 वर्ष की आयु के बीच के थे. यानी अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों में युवा मरीजों की संख्या करीब 30 फीसदी है.
इसके अलावा रिपोर्ट से यह भी पता लगा कि बिहार में पुरुषों से ज्यादा युवा महिला बीमार हो रही हैं. दरअसल सात लाख युवाओं में से 5 लाख 20 हजार महिला युवा इलाज कराने के लिए अस्पताल पहुंची. जो युवा मरीजों का 65 फीसदी है. यह खुलासे स्वास्थ्य विभाग ने जुलाई महीने के रिपोर्ट के आधार पर किए हैं.
रिपोर्ट में आगे बताया गया कि जुलाई में 5 साल तक के 2.5 लाख बच्चों का अस्पताल में इलाज कराया गया है. वही 19 लाख 33 हजार मरीजों को दवाएं लिखी गई है. जिनमें अधिकतर मरीजों को अस्पताल में दवाएं उपलब्ध कराई गई हैं. रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि सबसे ज्यादा मरिज किसी तरह के दर्द का इलाज कराने पहुंचे, जिनकी संख्या लगभग 1 लाख 60 हजार बताई गई, बुखार से पीड़ित मरीजों की संख्या 1 लाख 52 हजार, शारीरिक कमजोरी वाले मरीजों की संख्या 1 लाख के पार, डायरिया और हैजा जैसे बीमारियों की शिकायत पर 50 हजार से अधिक मरीजों का इलाज हुआ. 80 हजार मरिज घाव और चर्म रोग की शिकायत लेकर अस्पताल पहुंचे. जबकि 75 हजार मरीज सर्दी से पीड़ित हुए.