बिहार के डेढ़ दर्जन से अधिक बच्चों को पंजाब में बंधक मजदूर बनाया

बिहार के डेढ़ दर्जन से ज्यादा बच्चे पंजाब में बंधक बनाए गए हैं. सीतामढ़ी जिले के बच्चों को जालंधर में बंधक बनाया गया और उनसे मजदूरी कराई जा रही है.

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बिहार के बच्चे पंजाब में मजदूर

बिहार के बच्चे पंजाब में मजदूर

बिहार के डेढ़ दर्जन से ज्यादा बच्चे पंजाब में बंधक बनाए गए हैं. बिहार के सीतामढ़ी जिले के बच्चों को जालंधर में बंधक बनाया गया और उनसे मजदूरी कराई जा रही है. जिले के बच्चों को दलाल के माध्यम से कमाने के लिए पंजाब भेजा गया था, लेकिन वहां बच्चों को बंधक बना लिया गया. बिहार में बैठे परिजनों ने बच्चों को छुड़ाने के लिए मंत्री से गुहार लगाई है.‌ परिजनों ने कहा कि वह जानते थे कि बाहर में बच्चों से बाल मजदूरी कराई जाती है और समय पर मजदूर भी नहीं दी जाती. फिर भी दलाल के झांसे में आकर उन्होंने अपने बच्चों को उसके हवाले कर दिया. 

सीतामढ़ी जिले के सुरसंड प्रखंड के मेघपुर गांव के बच्चे पंजाब के जालंधर में फंसे हुए हैं. इसकी सूचना जिला पार्षद रानी कुमारी, वरिष्ठ वैज्ञानिक सह समाजसेवी डॉक्टर मनोज कुमार और लेखिका नैना साहू को दी गई. उसके बाद यह सभी पीड़ित परिवारों से मिलने पहुंचे और जानकारी ली. ग्रामीणों ने बताया कि अधिकांश बच्चे महा दलित परिवारों के हैं और नाबालिग है. इन्हें बहला फुसलाकर पंजाब ले जाया गया और वहां अमानवीय तरीके से बंधक बनाकर रखा गया है. बच्चों से 16-16 घंटे तक मजदूरी कराई जा रही है. बच्चों को घर वाले और रिश्तेदारों से भी बात करने नहीं दिया जाता और जो बच्चे भागने की कोशिश करते हैं, उनके साथ मारपीट की जाती है. 

इस समस्या को लेकर सूबे के अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण मंत्री जनक राम से बातचीत कर समस्या बताई गई है. जिला प्रशासन और मुख्यमंत्री कार्यालय, साथ ही मानवाधिकार संगठनों से भी मदद के लिए गुहार लगाई जा रही है.

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