राज्य में 28 नवम्बर को चिराग पासवान और पशुपति पारस मिलकर लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) का स्थापना दिवस मना रहे हैं.
पशुपति पारस, चिराग पासवान के बीच में कार्यक्रम को लेकर होड़ मची हुई है. दोनों अपने-अपने तरीके से स्थापना दिवस के कार्यक्रम को भव्य बनाने में लगे हुए थे. लेकिन कार्यक्रम तब बड़ा हुआ जब लोक जनशक्ति पशुपति पारस की पार्टी कार्यक्रम को छोड़कर सांसद वीणा देवी चिराग पासवान के कार्यक्रम में पहुंची.
दरअसल पटना के बापू सभागार में मंगलवार को चिराग पासवान पार्टी का स्थापना दिवस मना रहे थे. जिसमें पशुपति पारस के पार्टी की सांसद वीणा देवी चिराग पासवान के कार्यक्रम में पहुंची. उनके आने के बाद से ही अफवाहों का बाजार गर्म हो गया है.
चिराग पासवान में आस्था है, बिहारी फर्स्ट का विजन - वीणा देवी
माना जा रहा है कि वीणा देवी ने चाचा पारस का साथ छोड़कर भतीजे चिराग पासवान की पार्टी ज्वाइन कर ली है. हालांकि कार्यक्रम में सांसद वीणा देवी से जब मीडिया ने सवाल किया तो उन्होंने कहा कि पार्टी का स्थापना दिवस है. रामविलास पासवान ने पार्टी की स्थापना की थी. अगर घर में कुछ हुआ है तो घर की लड़ाई बाहर नहीं जानी चाहिए.
वीणा देवी ने आगे कहा कि हम दूसरी पार्टी में तब जाते जब हम लोजपा को छोड़कर किसी और पार्टी का साथ देते. लेकिन हम लोजपा के साथ ही हैं. चिराग पासवान में आस्था है, बिहारी फर्स्ट का विजन चिराग पासवान लेकर चल रहे हैं. आने वाले दिनों में वह मुख्यमंत्री भी बनेंगे. पशुपति पारस भी आदरणीय हैं. हमारे नेता है.
लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान से जब वीणा देवी के बारे में पूछा गया तो, उन्होंने कहा रामविलास पासवान के सिद्धांत और विचारों में विश्वास रखकर जो भी पार्टी में आना चाहता है हम उसका स्वागत करते हैं.