बिहार के शिक्षा विभाग में जब से आईएएस के के पाठक ने एंट्री ली है. तब से ही लगातार दिशा निर्देशों की एक झड़ी सी लग गई है. शिक्षा विभाग में लगातार आयदिन सुधार देखने को मिल रहे हैं. अपर मुख्य सचिव के साथ ही शिक्षा विभाग भी लगातार इन दिनों अपने एक्शन मोड में बना हुआ है. के के पाठक के एक्शन मोड से राज्य में कई जगह पर शिक्षा में कई सकारात्मक बदलाव सामने आए हैं.
पहले के के पाठक ने स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति को सुनिश्चित करने के लिए एक्शन लिया. अब उसके बाद स्कूलों में टीचर की उपस्थिति को भी लेकर अपर मुख्य सचिव ने एक्शन लिया है. शिक्षा विभाग ने मुजफ्फरपुर जिले में 58 स्कूल नहीं आने वाले शिक्षकों का वेतन रोक दिया है.
इसकी वजह जिला शिक्षा अधिकारी के निरीक्षण को बताया जा रहा है. दरअसल मुज़फ्फरपुर के DEO ने कई स्कूलों में जांच के दौरान कई शिक्षकों को ड्यूटी पर से गायब पाया था. जांच में पता लगा कि यह शिक्षक कई दिनों से स्कूल नहीं आ रहे थे. जिसके बाद इन 58 शिक्षकों की सैलरी को रोक दिया गया है.
'नो वर्क नो पे' के तहत शिक्षकों के साथ यह एक्शन लिया गया है. वेतन काटे गए शिक्षकों को इस बात की सूचना दी गई है. साथ ही शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस भेजकर तीन दिनों के भीतर जवाब की मांग की गई है.