लोकसभा चुनाव में टिकट बांटने का सिलसिला लगातार जारी है. इस टिकट बंटवारे में कई नामचीन चेहरों को निराशा हाथ लगी है. टिकट ना मिलने से कई सांसदों के चेहरे उतर गए हैं. बिहार में भाजपा के पूर्व भरोसेमंद उम्मीदवार सांसद अजय निषाद को इस चुनाव में टिकट नहीं मिला. मुज़फ्फ़रपुर सीट से 2014 से सांसद बने हुए निषाद पर भरोसा ना जताने से वह नाराज हो गए हैं. उसके बाद उन्होंने कांग्रेस पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़ने की ठानी है.
भाजपा ने इस बार अजय निषाद की बजाय राजभूषण चौधरी को मुजफ्फरपुर से टिकट दिया है.
खबरों के मुताबिक मंगलवार को निषाद कांग्रेस पार्टी ज्वाइन कर सकते हैं. 2024 के लोकसभा चुनाव में महागठबंधन के हुए सीट बंटवारे में मुजफ्फरपुर सीट कांग्रेस के खाते में आई है. अजय निषाद को इस लोकसभा चुनाव में मुजफ्फरपुर सीट से टिकट नहीं दिया गया, इसलिए माना जा रहा है कि वह कांग्रेस से फिर से मुजफ्फरपुर सीट पर चुनाव लड़ेंगे.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स से अजय निषाद ने अपने नाम के साथ लगे मोदी परिवार का टैग हटा लिया है.
मुजफ्फरपुर सीट से 10 सालों तक अजय निषाद सांसद बने रहे हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में अजय निषाद ने मुकेश साहनी की पार्टी के उम्मीदवार राजभूषण चौधरी निषाद को मुजफ्फरपुर सीट से हराया था.
कहां जा रहा है कि भाजपा के सर्वे में इस बार मुजफ्फरपुर ने अजय निषाद को नकार दिया, जिसके बाद पार्टी ने नए चेहरे को चुनावी मैदान में उतारने के फैलसा लिया है.