1 दिसंबर से 12 दिसंबर तक बिहार की राजधानी पटना में पुस्तक प्रेमियों के लिए मेला लगने वाला है. जी हां, दरअसल दिसंबर की पहली तारीख से ही राजधानी पटना के गांधी मैदान में राष्ट्रीय पुस्तक मेला का आयोजन किया जाने वाला है. मेला के आयोजन को लेकर सीआरडी ने पूरी तैयारी कर ली है.
38 सालों से बिहार के लोकप्रिय सांस्कृतिक महोत्सव को एक बार फिर से दिसंबर में लगाया जा रहा है. मेला से गांधी मैदान एक बार फिर से गुलजार होने वाला है. पुस्तक मेला में कई पुस्तक प्रेमी, विद्वान, साहित्यकार शामिल होंगे. इस बार पुस्तक मेला का थीम 'स्त्री नेतृत्व' रखा गया है.
सीता शक्ति नाम का एक विशेष कार्यक्रम आयोजित
22 नवंबर को पुस्तक मेला के भूमि पूजन कार्यक्रम के दौरान प्रेस वार्ता में भारत के चर्चित लेखक और सीआरडी पटना पुस्तक मेला के अध्यक्ष रत्नेश्वर ने बताया कि पुस्तक मेला परिसर के निर्माण के लिए 80 टीम गांधी मैदान पहुंच चुकी है. पुस्तक मेला में किताबों के साथ-साथ ही फिल्म फेस्टिवल, नुक्कड़ नाटक, कॉफी हाउस, कहवा घर, संगीत, काव्य गोष्ठी, मुशायरा, कवि सम्मेलन, आर्ट गैलरी, वार्ता इत्यादि होंगे.
आयोजनकर्ता ने बताया कि इस बार सीता शक्ति नाम का एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. सीता शक्ति में मा सीता के जीवन और उनके नेतृत्व को गीतकथा के जरिए सुनाया जाएगा. देश में पहली बार मां सीता के जीवन को किसी साहित्य सम्मेलन में सुनाया जा रहा है.
पुस्तक मेला में इस बार 100 के करीब प्रकाशक अपनी नई और खास किताबों को लेकर शामिल होंगे. प्रभात प्रकाशन, राजकमल प्रकाशन, वाणी प्रकाशन, राजपाल एंड सन, साहित्य अकादमी, सेतु प्रकाशन, दृष्टि पब्लिकेशन, ओशो, राष्ट्रीय उर्दू भाषा विकास परिषद, गौतम बुक सेंटर इत्यादि राष्ट्रिय पुस्तक मेला में शामिल होंगे.