नीट यूजी परीक्षा के काउंसलिंग को टालने का ऐलान किया गया है. शनिवार से अखिल भारतीय कोटा सीट के लिए काउंसलिंग शुरू होने वाली थी, लेकिन फिलहाल इसे टाल दिया गया है. मेडिकल काउंसलिंग कमिशन की ओर से नीट यूजी की काउंसलिंग को रद्द किया गया है.
सुप्रीम कोर्ट में नीट काउंसलिंग पर रोक लगाने के लिए 11 जून को याचिका दाखिल की गई थी, जिस पर सुनवाई कर जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस असदुद्दीन ने रोक लगाने से इनकार कर दिया था. इसके बाद जस्टिस विक्रम नाथ की बेंच से भी नीट काउंसलिंग पर रोक लगाने से दोबारा इनकार किया था. लेकिन इसके बावजूद आज काउंसलिंग को स्थगित किया गया है.
नीट पेपर लीक मामला अभी सुनवाई के चरण से गुजर रहा है. इस मामले पर अगली सुनवाई 8 जुलाई को तय की गई है, जिसमें सभी 26 याचिकाओं पर कोर्ट सुनवाई करेगा. इसमें नीट पेपर लीक परीक्षा में गड़बड़ी और ग्रेस मार्क्स जैसे मुद्दे शामिल है. स्टूडेंट, टीचर, कोचिंग इंस्टिट्यूट और वेलफेयर एसोसिएशन की तरफ से 22 याचिका दायर हुई है, वहीं चार याचिका नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने दायर की है. इधर गुरुवार को नीट परीक्षा को दोबारा कराने के विरोध में 56 स्टूडेंट्स ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी.
मालूम हो कि 5 मई को देशभर में नीट यूजी परीक्षा का आयोजन किया गया था. 6 मई को नीट परीक्षा में पेपर लीक का आरोप लगा था, जिस पर एनटीए ने साफ इनकार किया था. 17 मई को सुप्रीम कोर्ट ने परीक्षा के रिजल्ट पर रोक लगाने की याचिका पर सुनवाई की थी, जिसमें रिजल्ट होल्ड करने से कोर्ट ने मना कर दिया था. 4 जून को नीट यूजी परीक्षा का रिजल्ट जारी हुआ, जिसमें 67 स्टूडेंट को ऑल इंडिया रैंक वन हासिल हुई थी. उसके बाद फिर से एक बार इस परीक्षा के खिलाफ हंगामा शुरू हुआ था.
नीट काउंसलिंग 15% ऑल इंडिया कोटा के लिए मेडिकल काउंसलिंग कमिटी डायरेक्टरेट जनरल ऑफ़ हेल्थ सर्विसेज मिनिस्ट्री ऑफ़ हेल्थ एंड फैमिली वेलफेयर भारत सरकार की ओर से आयोजित होती है. इसमें 50% से ज्यादा अंक हासिल करने वाले सामान्य उम्मीदवारों को नीट ऑल इंडिया काउंसलिंग में भाग लेने के लिए योग्य माना जाता है.