राज्य में शीतलहर चल रही है, इस शीतलहर ने सबको ठिठुरा कर रख दिया है. लोग इस सर्दी में बस अपने-अपने घरों में कैद हो गए है, बाहर बस शीतलहर और सियासत की खबरें ही चल रही है.
बिहार सीएम नीतीश कुमार की खबरें इस ठंड में सियासी पारे को बढ़ा रही हैं. कई बार सीएम को लेकर यह खबर आती है कि वह भाजपा में शामिल होने वाले हैं, एनडीए भी सीएम नीतीश के स्वागत में नजरे बिछाए बैठी है. तो कभी यह भी कहा जाता है कि सीएम इन दिनों राजद से नाराज चल रहे हैं, जिसके बाद लालू यादव, तेजस्वी यादव उनके आवास मिलने पहुंचते हैं. इसी कड़ी में आज एकबार फिर से सीएम ने सियासी पारे को बढ़ाया है.
मंगलवार को अचानक ही सीएम नीतीश कुमार राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर से मिलने के लिए पहुंचे. सीएम के साथ-साथ उनके कोटे के मंत्री विजय कुमार चौधरी भी राज्यपाल से मिलने के लिए पहुंचे थे. सीएम की राज्यपाल से इस मुलाकात के बाद लोकसभा चुनाव को लेकर हलचल बढ़ती हुई नजर आ रही है. फिरसे नीतीश कुमार के पाला बदलने वाली बात को हवा दी जा रही है.
वहीं दूसरी ओर यह भी कहा जा रहा है कि सीएम बस राज्यपाल को बजट सत्र के लिए निमंत्रण देने के लिए पहुंचे थे.
बीते दिन ही सीएम से मिलने राजद सुप्रीमों लालू यादव और उनके बेटे तेजस्वी यादव मिलने के लिए पहुंचे थे. इस मिलन के बाद जदयू कोटे के तीन मंत्रियों के विभाग को भी बदल दिया गया था, जिनमें विवादित शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर, आलोक मेहता और ललित यादव शामिल थे.
दोनों की यह मुलाकात करीब 40 मिनट तक चली थी, जिसके बाद सीएम राजभवन के लिए निकल गए थे.
आज पहले भी हुई थी मुलाकात
बता दे कि आज ही गांधी मैदान के पास सीएम नीतीश कुमार, राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव सुभाष चंद्र बोस के जयंती के मौके पर राजकीय कार्यक्रम में पहुंचे थे. इसके कुछ देर बाद ही सीएम राज्यपाल से मिलने के लिए पहुंचे. राज्यपाल से मिलने के बाद सीएम ने मीडिया से किसी भी तरह की बातचीत नहीं की, जिससे अफवाहों का बाजार और भी गर्म होता हुआ नजर आ रहा है. सीएम ने किन मुद्दों पर चर्चा की है इसका अभी तक साफ तौर पर खुलासा नहीं हुआ है.
तेजस्वी यादव ने सीएम की राज्यपाल से इस मुलाकात के बाद बताया है कि सब कुछ बिल्कुल ठीक है. यह सामान्य प्रशासनिक कामकाज से जुड़ी मुलाकात है.
मांझी ने कहा- खेला होबे
इस मुलाकात के बाद पूर्व सीएम और हम प्रमुख जीतन राम मांझी ने अपने एक्स अकाउंट पर खेला होबे का संदेश दिया है. उन्होंने लिखा है- बंगला में कहतें हैं, “खेला होबे” मगही में कहतें हैं, “खेला होकतो” भोजपुरी में कहतें हैं, “खेला होखी” बाकी तो आप खुद ही समझदार हैं…