बिहार में आज उपचुनाव के नतीजे जारी होने जा रहे हैं. इस चुनाव में चार सीटों पर एनडीए और इंडिया गठबंधन ने अपने उम्मीदवारों को उतारा है. प्रदेश में चुनावी रिजल्ट को लेकर सियासी खलबली मची हुई है, तो इधर सीएम नीतीश कुमार की टेंशन भी बढ़ती हुई नजर आ रही है. चुनावी टेंशन के अलावा नीतीश कुमार अपने पार्टी के एक विधायक के कारण भी परेशान है.
भागलपुर के गोपालपुर से जदयू विधायक नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ़ गोपाल मंडल एक बार फिर से चर्चा में आ गए हैं. इस बार उनके चर्चा में आने का कारण जमीन विवाद है. दरअसल गोपाल मंडल पर अपने क्षेत्र के रंगरा में की तेरह बीघा जमीन को कब्जा करवाने का आरोप लगा है. वायुसेना के पूर्व सार्जेंट नंदन कुमार यादव ने शुक्रवार को गोपाल मंडल पर आरोप लगाते हुए नवगछिया एसपी को आवेदन दिया और न्याय के साथ सुरक्षा की मांग रखी.
नंदन कुमार ने कहा कि विधायक दूसरे पक्ष के लोगों को जबरन उनकी जमीन पर कब्जा दिलवा रहे हैं. दूसरे पक्ष के लोगों ने जमीन की फर्जी रसीद काटा ली है. शुक्रवार की शाम वह सीओ कार्यालय जबरन खुलवाकर उस पक्ष के लोगों के साथ सीओ पर दबाव बना रहे थे. जब मैं वहां गया तब विधायक ने जान से मारने की भी धमकी दी.
नंदन कुमार के आरोपों का जवाब देते हुए विधायक गोपाल मंडल ने कहा कि मैं हमेशा कमजोर लोगों के साथ रहा हूं. वायुसेना के पूर्व सार्जेंट ने ही फर्जी तरीके से दिव्यांग चंदेश्वरी यादव की जमीन की रसीद कटाई है. वह चंदेश्वरी और अन्य लोगों की जमीन पर दावा कर उन्हें धमका रहे थे. दूसरे पक्ष ने उनकी शिकायत मुझसे की, जिस पर हमने सीओ से कहा है कि दोनों पक्षों को शनिवार के शिविर में दस्तावेजों के साथ बुलाकर जांच करें और फैसला लें. जिसकी जमीन होगी उसे दे दें.
उन्होंने आगे कहा कि दूसरा पक्ष नंदन के डर से सामने नहीं आ रहा था. इसलिए वह सभी को सीओ के पास ले गए.