मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपनी तबीयत खराब होने से काम से दूर हो गए थे. तबियत में सुधार होने के ठीक बाद सीएम काम में जुट गए हैं. अपने एक्शंस को दोबारा से रीस्टार्ट करते हुए वह गुरुवार को अचानक ही जदयू कार्यालय पहुंचे. पार्टी कार्यालय में वह सबसे पहले अध्यक्ष ललन सिंह के चेंबर में पहुंचे, जहां ललन सिंह मौजूद नहीं थे.
जदयू कार्यालय में मुख्यमंत्री ने सभी के कामों का निरीक्षण किया और सबसे बातचीत करके वह ऑफिस से निकल गए. मुख्यमंत्री जैसे ही अपनी गाड़ी में सवार होकर अपने काफिले के साथ वीरचंद पटेल पथ से निकलने लगे भारी जाम ने उनका रास्ता रोक दिया.
हाई स्कूल ग्राउंड में भाजपा का कार्यक्रम
सीएम का काफिला कार्यालय के पास ही भारी जाम में फंस गया. 10 मिनट तक मुख्यमंत्री का काफिला अपने सुरक्षा गाड़ियों के साथ जाम से निकलने के लिए कोशिश कर रहा था. बड़ी मशक्कत के बाद मुख्यमंत्री की गाड़ी को जाम से बाहर निकाला गया.
जाम का यह कारण जदयू कार्यालय के पास में बने मिलर हाई स्कूल ग्राउंड में भाजपा का एक कार्यक्रम रहा. भाजपा मिलर हाई स्कूल के ग्राउंड में अंबेडकर समागम कार्यक्रम कर रही है, जिसकी वजह से सड़कों पर बड़ी संख्या में गाड़ियां और लोगों की भीड़ है. वीरचंद पटेल पथ पर भीड़ और गाड़ियों की वजह से काफी लंबा जाम लग गया. जिसकी वजह से मुख्यमंत्री के काफिले को इंतजार करना पड़ा.