पटना में शुक्रवार को नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के बीच काफी दिनों के बाद लंबी मुलाकात चली. दोनों नेताओं ने करीब आधे घंटे तक कई मुद्दों पर एक दूसरे से बातचीत की. मीडिया खबरों के मुताबिक सीएम नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की यह मुलाकात राहुल गांधी के फोन आने के बाद हुई.
सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने डिप्टी सीएम को फोन कर बुलाया था, जिसके बाद दोनों के बीच में बिहार मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर बातचीत हुई. इसके साथ ही सीट बंटवारे को भी लेकर चर्चा हुई है. दरअसल कांग्रेस की तरफ से कई बार पार्टी में कांग्रेस सदस्यों की संख्या को बढाए जाने की मांग की गई है. कुछ महीने पहले भी कांग्रेस की तरफ से इस मांग को रखा गया था. लेकिन उसके बाद से ही मंत्रिमंडल विस्तार का यह मामला अटका हुआ है. कहा जा रहा है कि कांग्रेस चुनाव के पहले इन सभी चीजों को हल कर लेना चाहती है.
सीएम नीतीश की नाराजगी
कहा जा रहा है कि सीएम नीतीश कुमार गठबंधन से थोड़े नाराज हैं. नीतीश कुमार की यह नाराजगी बुधवार को दिल्ली में आयोजित हुई इंडिया गठबंधन की चौथी बैठक के बाद से है. बैठक में पीएम कैंडिडेट के चेहरे को लेकर चर्चा हुई जिसमें सीएम नीतीश कुमार का नाम ना आने से वह नाराज हो गए.
बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पीएम का चेहरा नामित किया गया, जिसके बाद से ही सीएम और राजद सुप्रीमों नाराज हो गए. यह बात तो जग जाहिर है कि सीएम नीतीश कुमार को कितनी चाहत है की वह पीएम की कुर्सी पर बैठे. पीएम की कुर्सी पर बैठने के लिए उन्होंने क्या-क्या मेहनत नहीं किया है. कभी बीजेपी के साथ अपने गठबंधन को जोड़ा और गुस्से का घूंट पीकर भी सब कुछ सहते रहे. भाजपा से गठबंधन तोड़ने के बाद उन्होंने राजद का हाथ थामा. और अब इंडी गठबंधन के साथ मिलकर पीएम की कुर्सी पर बैठने का सपना बुन रहे हैं.
गुरुवार को दिल्ली से लौटने के बाद सीएम नीतीश कुमार ने किसी भी नाराजगी की बात से इनकार किया था.
पीएम का चेहरा
हालांकि इंडिया गठबंधन की बैठक के बाद मल्लिकार्जुन खडगे ने पीएम चेहरे के ऊपर से पर्दा नहीं उठाया. उन्होंने कहा कि चुनाव के फैसले आने के बाद ही पीएम का चेहरा साफ हो सकेगा.
इंडी गठबंधन की बैठक में शामिल होने के बाद पटना लौटे जदयू के राज्य राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने बताया कि इंडिया गठबंधन का यह मीटिंग काफी सफल रही है. 3 हफ्तों के अंदर ही राज्य में सीटों का बंटवारा हो जाएगा. जिसके लिए संयुक्त रूप से कैंपेन चलाया जाएगा. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने आगे बताया कि नीतीश कुमार ने कभी पीएम पद की रेस में अपने आप को शामिल नहीं किया है.