पूर्णिया सांसद पप्पू यादव आज सदन में वन नेशन, वन इलेक्शन को लेकर केंद्र सरकार पर भड़क गए. वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर केंद्र सरकार लोकसभा में बिल पेश करने जा रही है. बिल को लेकर राजनीति शुरू हो गई है. इस बिल के समर्थन में एक ओर एनडीए है, तो वहीं दूसरी ओर इंडिया गठबंधन बिल पर आपत्ति जता रही है. सांसद पप्पू यादव ने भी इस बिल को लेकर कहा कि वन नेशन, वन इलेक्शन का कोई मतलब नहीं है. सरकार इस बिल से पहले ईवीएम और बैलेट पेपर पर बात करें. चुनाव महंगा होता जा रहा है. 300 से 400 करोड़ रुपए खर्च हो रहे हैं. देश के लोगों के टैक्स का पैसा चोरी कर चुनाव में लगाया जा रहा है, जिसमें मार्केटिंग की जा रही है. जनता के टैक्स से खैरात बांटी जा रही है.
पप्पू यादव ने आगे कहा कि सरकार को वन नेशन वन हेल्थ, वन नेशन वन एजुकेशन, वन नेशन वन जस्टिस की बात करनी चाहिए.
सांसद ने कहा कि जिस छोटे बच्चों ने अपनी गुल्लक राहुल गांधी को दी थी, उस बच्चे के परिवार को ईडी के अधिकारियों ने डराया धमकाया है. अगर वह राहुल गांधी के खिलाफ बयान देंगे और भाजपा ज्वाइन करेंगे, तो उनके खिलाफ की जा रही कार्रवाई को रुकवा लिया जाएगा. इस दबाव में आकर बच्चों के मां-बाप ने आत्महत्या कर ली. यह ईडी की गुंडागर्दी का उदाहरण है, जिस पर विचार करने की जरूरत है.
उन्होंने आगे बिहार में बीपीएससी परीक्षा में अभयर्थी को पटना डीएम के थप्पड़ मारने वाली घटना का जिक्र करते हुए कहा कि आप सोचिए इस बारे में. इस तरह की घटनाओं से साबित होता है कि हम छात्रों को शिक्षा देने में असफल हो रहे हैं.