मंगलवार को पटना में हजारों जीविका दीदीयों का प्रदर्शन सड़क पर उतर आया. मानदेय भुगतान और कर्ज माफी को लेकर पूरे बिहार से करीब में 20 हजार जीविका दीदीयों का महा जुटान पटना में हुआ. शहर के गर्दनीबाग धरनास्थल पर जीविका दीदीयों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
प्रदर्शन के दौरान बताया गया कि नीतीश कुमार महिला संवाद यात्रा पर करीब 225 करोड़ रुपए खर्च कर रहे हैं, लेकिन 1.5 लाख जीविका दीदीयों के भुगतान के लिए उनके पास पैसे नहीं है. जीविका दीदीयों के मानदेय भुगतान पर 2028 तक के लिए रोक लगा दी गई है. पूरा भर 46000 करोड़ के कर्ज में डूबी जीविका दीदीयों पर डाला गया है.
जीविका दीदीयों की मुख्य मांगें है कि उन्हें 25 हजार प्रति माह मानदेय दिया जाए. 5 साल पुराने कर्ज को सरकार माफ करें और मानदेय भुगतान पर लगी सरकार की रोक को तुरंत हटाया जाए. जीविका दीदीयों ने बताया कि वह 10 वर्षों से काम कर रही है. आज तक उन्हें आईडी कार्ड नहीं मिला है और वेतन भुगतान पर भी रोक लगा दी गई है.
प्रदर्शनकारी दीदीयों ने बताया कि जब तक उनकी मांगे सरकार मान नहीं लेती है, तब तक आवाज गूंजती रहेगी. आज के प्रदर्शन के लिए सोमवार देर रात से ही हलचल चल रही थी. पुलिस ने एक्टू के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप कुमार को हिरासत में ले लिया. रात 11:00 बजे गर्दनीबाग थाने पर माले के विधायक और एमएलसी उन्हें छुड़ाने पहुंचे, लेकिन प्रशासन ने प्रदीप कुमार को नहीं छोड़ा. आज विधानसभा के बाहर माले विधायक जीविका दीदीयों की मांगों को पूरा करने के लेकर पोस्टर लेकर पहुंची थी.