पश्चिम बंगाल में बीते कई दिनों से महिला ट्रेनी डॉक्टर की रेप और हत्या पर भारी बवाल हो रहा है. पश्चिम बंगाल डॉक्टरों के विरोध में जल रहा है. साथ ही सीएम ममता बनर्जी के इस्तीफ़े की भी मांग लगातार उठ रही है. इस बीच सीएम बनर्जी ने एक आपत्तिजनक बयान दिया था. जिसने बिहार में तूल पकड़ लिया है. बिहार की राजधानी में ममता बनर्जी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.
गुरुवार को पटना के गांधी मैदान थाना में सीएम ममता बनर्जी के आपत्तिजनक बयान के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है. बिहार भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता कृष्ण सिंह कल्लू ने थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उन्होंने सीएम के बयान को आहत करने वाला बताया.
बिहार युवा कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि सीएम कानूनी रूप से संवैधानिक पद पर हैं. इस दौरान वह असंवैधानिक बातों का प्रयोग कर रही हैं. जिससे आम जनमानस की भावनाओं को आहत पहुंच रहा है. उनका यह बयान देश में अप्रिय घटना को न्योता दे सकता है. सीएम के ऊपर कड़ी से कड़ी धारा लगाई जानी चाहिए.
दरअसल सीएम ममता बनर्जी ने एक सार्वजनिक मंच से कहा था कि अगर बंगाल जला तो बिहार भी जलेगा. तृणमूल छात्र परिषद के स्थापना दिवस पर महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या की घटना पर सीएम ने कहा कि आग लगाने के लिए पार्टी का इस्तेमाल किया जा रहा है. उन्होंने आगे कहा कि कुछ लोगों को लगता है कि यह बांग्लादेश है. मुझे बांग्लादेश से प्यार है. वह हमारी तरह बोलते हैं, हमारी संस्कृति साझा करते हैं. लेकिन याद रखें बांग्लादेश एक अलग देश है और भारत एक अलग देश है. यदि आप बंगाल जलाते हैं तो बिहार, झारखंड, असम, पूर्वोत्तर, उत्तर प्रदेश, उड़ीसा और दिल्ली भी जलेंगे.
सीएम बनर्जी के बयान के बाद उड़ीसा के सीएम मोहन चरण मांझी ने कहा कि आपको किसने अधिकार दिया उड़ीसा के बारे में ऐसे आपत्तिजनक बयान देने का. उड़ीसा एक शांतिपूर्ण राज्य है और यहां के लोग जिम्मेदार और जागरुक है. यहां के लोग आपके नकारात्मक टिप्पणीयों और राज्य के प्रति असंवेदनशील रवैये को कभी स्वीकार नहीं करेंगे.