लोकसभा चुनाव 2024 कई जगहों पर उम्मीदवारों की वजह से खबरों में बन गया है. कई हॉट सीट इस लोकसभा चुनाव में बने हैं. इसके अलावा इस चुनाव में धर्मसंकट और पार्टी संकट भी देखा गया है. ऐसे ही एक धर्म संकट में भोजपुरी सिंगर पवन सिंह भी पड़ गए हैं. पवन सिंह ने बिहार के काराकाट लोकसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने के लिए 9 मई को पर्चा भरा था. मंगलवार को इस सीट पर पर्चा दाखिल करने का आखिरी दिन था, जहां से उनकी मां प्रतिमा देवी ने भी नामांकन दाखिल कर दिया.
प्रतिमा देवी 10 से 12 लोगों के साथ समाहरणालय पहुंची और चुपचाप नामांकन दाखिल किया. इस दौरान उन्होंने मीडिया से भी पूरी गोपनीयता रखी.
निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पवन सिंह की मां ने भी काराकाट से नामांकन दाखिल किया, जिसके बाद अब चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है. कहा जा रहा है कि शायद पवन सिंह इस सीट से अपना नाम वापस ले सकते हैं. पवन सिंह ने अपना नामांकन जब दाखिल किया था, तब उनकी मां भी बहू के साथ नामांकन में शामिल होने पहुंची थी. नामांकन दाखिले के बाद उन्होंने लोगों से आंचल फैलाकर बेटे के लिए वोट भी मांगा.
पवन सिंह भाजपा के सदस्य हैं और पार्टी में रहते हुए उन्होंने काराकाट लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पर्चा भरा. लेकिन अब हो सकता है कि वह सीट से नामांकन वापस ले. दरअसल पिछले साल भाजपा की सदस्यता पवन सिंह ने ली थी, जिसके बाद वह चाहते थे कि उन्हें आरा लोकसभा सीट से टिकट दिया जाए. लेकिन भाजपा ने आरा सीट से आरके सिंह को टिकट दे दिया और पवन सिंह को पश्चिम बंगाल के आसनसोल से टिकट दे दिया. लेकिन पवन सिंह ने आसनसोल से चुनाव लड़ने से मना कर दिया और काराकाट से निर्दलीय नामांकन भर दिया.
हालांकि एक पहलू यह भी कह रहा है कि पवन सिंह की मां ने अपना नामांकन इसलिए दाखिल कराया होगा कि अगर किसी परिस्थिति में पवन सिंह का नामांकन रद्द हो जाता है, तो मां के नाम पर वह चुनाव में बने रहे.