झारखंड के लोगों को अब पेट्रोल-डीजल के लिए ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ेंगे. राज्य में पेट्रोल-डीजल के दाम में एक बार फिर बढ़ोतरी हो सकती है, जिसके लिए हेमंत सरकार तैयारी में जुट गई है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन राज्य में राजस्व को बढ़ाने के लिए काम कर रहे हैं. इसके लिए सरकार सेस लाने की तैयारी कर रही है. पथ निर्माण विभाग ने सड़कों के निर्माण के लिए सेस लगाने को लेकर नियमावली का प्रारूप तैयार कर लिया है. वाणिज्य कर विभाग में भी सेस लगाने और वसूली करने पर सहमति दे दी है. अब बस इसे कैबिनेट से मंजूरी लेनी है. सेस की वसूली कैसे होगी फिलहाल यह तय नहीं किया गया है. कैबिनेट बैठक में कितना सेस लगेगा, इस पर मुहर लगेगी. इसी तरह पेट्रोल और डीजल के भी दामों पर सेस लगाने की तैयारी हो रही है.
झारखंड में सेस लगने से सरकार को 350 करोड़ रुपए सालाना अतिरिक्त राजस्व बढ़ोतरी होगी. राजधानी रांची में फिलहाल पेट्रोल के दाम 97.86 रुपए और डीजल 92.62 रुपए प्रति लीटर है.
झारखंड के खजाने की स्थिति बेहतर नहीं है. यहां कई जरूरी खर्च के लिए 15 विभागों से योजना का पैसा सरेंडर कर कर दूसरे अनुपूरक बजट में सरकार ने पैसे का इंतजाम कराया था. ऐसे में राज्य सरकार कमाई के लिए कई अन्य कदम उठाने के लिए विचार कर रही है.