बिहार में आई बाढ़ ने लाखों आबादी को त्रस्त कर दिया है. बाढ़ के कारण लोगों का जीना मुश्किल हो गया है. बिहार के कई गांव अब भी बाढ़ की चपेट में है, जहां ग्रामीणों को राहत सामग्री ना मिलने से उनका गुस्सा बीते दिन फूट गया. मुजफ्फरपुर में बाढ़ राहत सामग्री ना मिलने पर ग्रामीणों ने सड़क पर उतरकर जमकर बवाल किया, जिसके बाद पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज कर दिया.
घटना शुक्रवार की है, जहां गोपालपुर में सामुदायिक किचन बंद करने से बाढ़ पीड़ितों में आक्रोश भर गया और उन्होंने मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी एनएच को जाम कर दिया. जिससे करीब 4 घंटे तक एनएच पर आवगमन बंद रहा. इसके बाद पुलिस से भी ग्रामीण उलझ गए. जानकारी के मुताबिक ग्रामीणों की ओर से पुलिस पर पथराव किया गया. भारी भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस ने जमकर लाठियां बरसाई. भीड़ में से पांच उपद्रवियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. ग्रामीणों ने पुलिस पर हवाई फायरिंग का भी आरोप लगाया, हालांकि पुलिस ने इससे इनकार किया है. इस घटना में आधा दर्जन से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं.
खबरों के मुताबिक गोपालपुर इलाके में पिछले कई दिनों से बाढ़ त्रासदी बनी हुई है. ग्रामीण बसंत पंचायत के अंतर्गत चल रहे सामुदायिक किचन को बंद होने सहित सही जगह पर सामुदायिक किचन नहीं बनने, पॉलीथिन शीट नहीं मिलने और नाव की व्यवस्था नहीं होने का आरोप लगा रहे हैं. ग्रामीणों ने सरकार और प्रशासन के खिलाफ उन पर ध्यान न देने का आरोप लगाया और डीएम को मौके पर बुलाने की मांग की. ग्रामीणों ने आगे बताया ना तो उनके लिए खाने-पीने की व्यवस्था है और ना ही उनके पशुओं को चारा मिल पा रहा है.
मालूम हो कि शुक्रवार को सीएम नीतीश कुमार दरभंगा में बाढ़ पीड़ितों से मिलने पहुंचे थे, यहां सीएम ने राहत सामग्रियों का भी जायजा लिया था. बाढ़ ग्रस्त इलाकों की समीक्षा में सीएम ने सात-सात हजार रुपए बाढ़ पीड़ितों के खाते में डालने की घोषणा की थी .शुक्रवार शाम तक 4.39 लाख बाढ़ पीड़ितों के खाते में पैसे भेज दिए गए हैं. अन्य पीड़ितों को 9 अक्टूबर तक राशि देने की घोषणा हुई है.