चुनावी रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर बीते कई सालों तक अलग-अलग पार्टियों के लिए चुनावी रणनीति तैयार करते थे. कई बड़े नेताओं को कुर्सी तक पहुंचाने के बाद उन्होंने बिहार में एक अभियान की शुरुआत की. राज्य के गांव-गांव तक जाकर प्रशांत किशोर ने लोगों को विकास, रोजगार और शिक्षा के नाम पर वोट देने की अपील की. बिहार में कई महीनो तक पैदल यात्रा के बाद अब वह चुनावी यात्रा के लिए तैयार हो गए हैं. रविवार को उन्होंने ऐलान कर दिया कि जन सुराज अब अभियान के बाद एक पार्टी बनेगा. पीके ने ऐलान किया कि वह विधानसभा में राजनीतिक दल बनाकर उतरेंगे.
जन सुराज पदयात्रा अभियान की शुरुआत
पीके ने ऐलान किया कि आने वाले दो अक्टूबर को जन सुराज अभियान को राजनीतिक दल के रूप में परिवर्तित किया जाएगा. जिसका नाम जन सुराज पार्टी होगा. रविवार को पटना के ज्ञान भवन में आयोजित एक कार्यक्रम से उन्होंने इस बात की घोषणा की. इसके साथ ही पीके ने यह दावा किया कि विधानसभा चुनाव में वह भाजपा, जदयू और राजद समेत सभी राजनीतिक दलों को धूल चटा देंगे और अपने बूते पर सरकार बनाएंगे.
2 अक्टूबर 2022 को चंपारण के भीतीहरवा गांधी आश्रम से पीके ने जन सुराज पदयात्रा अभियान की शुरुआत की थी. इस साल सितंबर में पीके की यात्रा पूरी हो जाएगी. इसके बाद वह अक्टूबर में अभियान को पार्टी का रूप देंगे. विधानसभा चुनाव में जन सुराज आबादी के आधार पर टिकट का बंटवारा करेगी और सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. पीके ने यह दावा किया कि जन सुराज पार्टी 40 महिलाओं को विधानसभा चुनाव में टिकट देंगा.
जन सुराज अभियान के तहत पीके ने गांव-गांव तक अपनी पकड़ बनाई है. ऐसे में उनके चुनावी मैदान में उतरने से एनडीए और इंडिया गठबंधन दोनों के मुश्किलें बढ़ सकती हैं.