राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में गुरुवार 9 अप्रैल को पद्म पुरस्कार (Padma Awards) दिए गये. इन पुरस्कारों की घोषणा गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर 25 जनवरी को ही कर दिए गये थे. इस साल पांच लोगों को पद्म विभूषण (Padma Vibhushan), 17 को पद्म भूषण, और 110 लोगों को पद्मश्री से सम्मानित करने का की घोषणा की गयी थी. जिसके तहत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) ने 22 अप्रैल को तीन पद्म विभूषण, आठ पद्म भूषण और 55 पद्म श्री पुरस्कार प्रदान किए थे.
वहीं दुसरे चरण में 2 पद्म विभूषण, 9 पदम् भूषण और 56 पदम् श्री पुरस्कार राष्ट्रपति द्वारा दिए गया है. पुरस्कार वितरण के दूसरे हिस्से में कला क्षेत्र में उत्कृष्ट काम के लिए वैजयंतीमाला बाली और कोनिडेला चिरंजीवी (Chiranjeevi) को पद्म विभूषण दिया गया.
पुरस्कार वितरण की संध्या में राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री मोदी समेत कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित हुए थे. वहीं पुरस्कार वितरण के बाद गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर रात्रि भोज का आयोजन किया गया.
पुरस्कार विजेताओं के नाम
पद्म पुरस्कार देश का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है. इसमें तीन कैटेगरी के तहत पुरस्कार दिए जाते हैं -पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री. पद्म विभूषण असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिए, पद्म भूषण विशिष्ट सेवा के लिए वहीं पद्म श्री किसी भी क्षेत्र में विशिष्ट सेवा के लिए दिया जाता है.
पद्म विभूषण- पांच पद्म विभूषण विजेताओं के नाम में एम वेंकैया नायडू, वैजयंती माला बाली (Vaijayantimala), कोनिडेला चिरंजीवी और पद्मा सुब्रमण्यम शामिल हैं. वहीं बिहार के रहने वाले बिंदेश्वर पाठक (मरनोपरांत) को सोशल वर्क के क्षेत्र में किये गये कार्यों के लिए पद्म विभूषण दिया गया है.
पद्म भूषण- मिथुन चक्रवर्ती, फातिमा बीवी, सीताराम जिंदल, अश्विन बालाचंद मेहता, होर्मुसजी एन कामा, तोगदान रिनपोचे, तमिल अभिनेता दिवंगत "कैप्टन" विजयकांत (दोनों मरणोपरांत) और गुजराती समाचार पत्र "जन्मभूमि" के समूह संपादक और सीईओ कुंदन व्यास को भी दिया गया.
पद्म भूषण पाने वालों में प्रख्यात हृदय रोग विशेषज्ञ अश्विन बालचंद मेहता और पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता दिवंगत सत्यब्रत मुखर्जी शामिल हैं.
वहीं बिहार से चंद्रेश्वर प्रसाद ठाकुर को मेडिसीन क्षेत्र में किये गये उत्कृष्ट कार्यों के लिए पद्म भूषण दिया गया.
पद्म श्री- चामी मुर्मू, पार्वती बरुआ, जागेश्वर यादव, हेमचंद मांझी, संगथंकिमा, के. चेल्लम्मल, गुरविंदर सिंह, भारत की पहली महिला हाथी महावत पारबती बरुआ, तेलंगाना के मूर्तिकार वेलु आनंदचारी, त्रिपुरा की प्रख्यात बुनकर स्मृति रेखा चकमा, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के के चेल्लाम्मल, स्क्वैश खिलाड़ी जोशना चिनप्पा शामिल हैं.
सोशल वर्कर डॉ. केएस राजन्ना को भी पद्म श्री अवॉर्ड से नवाजा गया. डॉ. राजन्ना ने पोलियो के कारण अपने हाथ-पैर गवां दिए थे. इसके बावजूद उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की. साथ ही पैरालिंपिक में गोल्ड जीता. उन्होंने कई दिव्यांग व्यक्तियों को रोजगार भी दिया है.
बिहार के रहने वाले अशोक कुमार बिस्वास को कला क्षेत्र, सुरेंद्र बिश्वास को पत्रकारिता और लिटरेचर, राम कुमार मल्लिक को कला क्षेत्र, शांति देवी पासवान और शिवन पासवान को कला क्षेत्र में पद्म श्री दिया गया.