भारत सरकार की सबसे महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक योजना गरीबों को मुफ्त राशन देना है. राशन वितरण योजना(पीडीएस) दुकानदारों के माध्यम से देश में चलाई जाती है.
यह योजना आने वाले नए साल में प्रभावित होने वाली है. 1 जनवरी 2024 से देशभर के राशन दूकानदार हड़ताल पर जा रहे हैं. देशभर के लगभग 5 लाख पीडीएस दुकानदार एक साथ अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने वाले हैं. पीडीएस दुकानदारों के हड़ताल पर जाने के कारण गरीबों को भूखे पेट सोना पड़ सकता है.
वन नेशन, वन कमीशन की मांग
1 जनवरी से राशन डीलर न तो सरकार की तरफ़ से भेजे गए राशन को उठाएंगे और न ही लोगों के बीच राशन का वितरण करेंगे. डीलरों की यह मांग है कि जैसे एक वन नेशन, वन कार्ड योजना है ठीक उसी तरह वन नेशन, वन कमीशन राशन में भी होना चाहिए. साथ ही प्रति क्विंटल राशन पर 200 रुपए कमीशन भी मिलना चाहिए. राशन डीलरों की मांग अगर पूरी नहीं की गई तो वह आने वाले 16 जनवरी को नई दिल्ली के रामलीला मैदान में रैली भी निकालेंगे.
देशभर के लगभग 6 लाख डिपो होल्डरों के हड़ताल पर जाने से 82 करोड़ राशन का लाभ लेने वाले लोगों पर प्रभाव पड़ेगा. गरीबों को सरकार की इस मुफ्त राशन योजना के तहत एक समय ही सही मगर भरपेट भोजन मिलता था. यह हड़ताल हिमाचल प्रदेश राज्य को छोड़कर देश के सभी राज्यों के राशन डीलरों ने बुलाई है.
2023 में भी हुई थी हड़ताल
इस हड़ताल से एक बार फिर से राशन वितरण योजना बाधित होने वाली है. इसके पहले जनवरी 2023 की शुरुआत में भी बिहार के लगभग 55,000 हजार पीडीएस दुकानदार हड़ताल पर चले गये थे. हालांकि अधिकारियों के आश्वासन के बाद दुकानदारों ने हड़ताल को खत्म कर दिया था. बीते 12 महीनों में मांगों को पूरा नहीं किया गया जिसके कारण पीडीएस दुकानदार वापस हड़ताल पर जा रहें हैं.