भाजपा नेता सत्यनारायण सिन्हा मर्डर केस में आज राजद विधायक रीतलाल यादव को कोर्ट ने बड़ी राहत दी है. पटना सिविल कोर्ट के एमपी-एमएलए की विशेष अदालत ने मर्डर केस मामले में रीतलाल को बरी कर दिया है. एमपी-एमएलए कोर्ट ने मंगलवार को मामले पर पटना हाईकोर्ट के आदेश के बाद स्पीडी ट्रायल के तहत सुनवाई हुई, जिसमें दानापुर के विधायक रीतलाल समेत चार आरोपियों को साक्ष्य के आभाव में बरी कर दिया.
जाने पूरा मामला
21 साल पहले दानापुर की पूर्व विधायक आशा देवी के पति और भाजपा नेता सत्यनारायण सिन्हा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. 30 अप्रैल 2003 को दानापुर थाने के जमालुद्दीन चक के पास सत्यनारायण सिन्हा की हत्या हुई थी. इस मामले में लालू यादव के करीबी रीतलाल यादव का नाम शामिल था. भाजपा नेता की हत्या लालू यादव के तेल पिलावन लाठी घुमावन रैली के दौरान हुई थी. 30 अप्रैल को खगोल के जमालुद्दीन चक के पास लालू यादव रैली कर रहे थे. तब भाजपा नेता सत्यनारायण अपनी गाड़ी में थे, जिन्हें अपराधियों ने गोलियों से भून दिया था.
सत्यनारायण सिन्हा की हत्या के बाद राबड़ी देवी की सरकार पर खूब सवाल भी खड़े हुए थे.
सत्यनारायण सिन्हा ने 2002 में दानापुर विधानसभा के उपचुनाव में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन वह हार गए थे. बाद में उनकी पत्नी आशा देवी ने दानापुर से विधानसभा को चुनाव लड़ा और 2005, 2010, 2015 में विधायक बनी. 2020 में रीतलाल को राजद ने उम्मीदवार बनाया और आशा देवी उनसे हार गई. इसके पहले रीतलाल ने 2010 में विधानसभा चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर किस्मत अजमाया था, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली थी. रीतलाल पर तीन दर्जन अपराधिक मामले दर्ज है.