बिहार की राजनीति चुनाव के समय बदलती हुई नजर आई है. इसका उदाहरण नीतीश कुमार के चुनाव आते ही दूसरे पाले में चले जाने से पार्टियों में खलबली मची रहती है. लेकिन इस बार विधानसभा चुनाव के पहले सीएम नीतीश कुमार ने ऐलान कर दिया कि वह भाजपा के साथ ही रहेंगे. हालांकि यह बयान सीएम का पहली बार नहीं था, इसके पहले भी वह कई बार पार्टी न बदलने का दावा कर चुके हैं. जिस पर राजद सुप्रीमो लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने उन्हें घेरा है.
सीएम पर निशाना साधते हुए उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट किया, कल तीज के दिन 'किसी' ने फिर से झूठी कसम खाई " अब कहीं नहीं जाएंगे , 'तेरे' नाम का ही सिंदूर लगाएंगे , 'तेरे' साथ ही निभाएंगे " .. कौन विश्वास करेगा ! जो करेगा वो धोखा खाएगा .. !
सीएम नीतीश कुमार ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा के कार्यक्रम से पाला ना बदलने का भरोसा दिलाया था. सीएम ने कहा था कि पहले की सरकार क्या करती थी. मुझसे दो बार गलती हुई कि मैं उनके साथ चला गया. हमारा शुरू से ही रिश्ता था. 1995 से चल रहा है. बीच में दो बार गलती हुई, मैं इधर-उधर हुआ. लेकिन अब नहीं होगा.
सोमवार को भी सीएम नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की मुलाकात से राज्य में सियासत फिर गरमा गई थी. हालांकि दोनों की यह मुलाकात मुख्य सचिव के पद पर नियुक्ति को लेकर हुई थी.